जयपुर में जीका वायरस रोकने में लगी 330 टीमें
राजस्थान की राजधानी जयपुर में जीका वायरस पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार पूरा प्रयास कर रही है और इसके लिए 330 टीमें लगा रखी हैं

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में जीका वायरस पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार पूरा प्रयास कर रही है और इसके लिए 330 टीमें लगा रखी हैं।
जयपुर में जीका वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और अब तक सौ से अधिक लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। इस बीमारी को लेकर लोगों में दहशत एवं भय नहीं फैले, इसे लेकर चिकित्सा विभाग जागरुक अभियान की तरह काम कर रहा हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ के अनुसार जीका वायरस की रोकथाम के लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही टीमों की संख्या बढ़ा दी गई हैं अौर इसके लिए 330 टीमें लगा रखी हैं।
सराफ ने कहा कि इस बीमारी से घबराये नहीं और मच्छरों से सावधान रहकर इससे बचे। उन्होंने कहा कि जीका वायरस की रोकथाम के तहत इससे सुरक्षा के लिए जो भी कदम उठाये जाने चाहिए वे उठाये जा रहे हैं।
जयपुर में अब तक एक लाख से अधिक घरों में सर्वे एवं जांच की जा चुकी हैं और मौके पर पाये गये लार्वा को नष्ट किया गया हैं। इसके अलावा कई क्षेत्रों में फोगिंग एवं एंटी लार्वा गतिविधियां की गई और लगातार की जा रही हैं। इसके अलावा जयपुर एसएमएस अस्पताल, जीका वायरस से पीड़ित क्षेत्र शास्त्री नगर में कांवटिया अस्पताल सहित कई अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए व्यवस्था बढ़ाकर सतर्कता बरती जा रही हैं।
मुख्य सचिव डी बी गुप्ता ने भी जीका वायरस की रोकथाम की समीक्षा कर सार्वजनिक स्थानों पर भी एंटी लार्वा गतिविधियां करने के निर्देश दिये हैं और इसके तहत पर्यटन स्थलों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि जयपुर में गत ग्यारह सितंबर को जीका वायरस का पहला मामला शास्त्री नगर क्षेत्र से सामने आया था। उसके बाद सिंधीकैम्प क्षेत्र में भी इसके मरीज पाये गये। हालांकि सबसे ज्यादा पीड़ित शास्त्रीनगर क्षेत्र में पाये गये हैं।


