नाटो और रूस के बीच संघर्ष को और भड़काने का प्रयास कर रहे जेलेंस्की
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस बात से इनकार नहीं किया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की रूस और नाटो के बीच संघर्ष को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं और यह बात उनके 'सैन्यवादी उन्माद' से पता चलती है

नई दिल्ली। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस बात से इनकार नहीं किया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की रूस और नाटो के बीच संघर्ष को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं और यह बात उनके 'सैन्यवादी उन्माद' से पता चलती है। आरटी कि रिपोर्ट के अनुसार, लावरोव ने कहा, "उन पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए वह अपने क्यूरेटरों के प्रति थोड़े कठोर हैं। मुझे आश्चर्य है कि क्या वह इसलिए इतने परेशान हैं कि नाटो उनके लिए खड़ा नहीं हुआ, जैसा कि उन्होंने आशा की थी। इसलिए वह अभी भी इस पूरे घटनाक्रम में नाटो को शामिल करके संघर्ष के समाधान पर निर्भर हैं। बातचीत के जरिए नहीं?"
किर्गिस्तान के विदेश मंत्री रुस्लान कजाकबेव के साथ बैठक के बाद मंत्री ने कहा, "यह पता चल रहा है कि वह वाशिंगटन, पेरिस, बर्लिन और अन्य राजधानियों से लगातार आ रहे बयान नहीं सुनते हैं कि नाटो इस संघर्ष में हस्तक्षेप नहीं करने जा रहा है।"
उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि जेलेंस्की नाटो और रूस के बीच संघर्ष को 'अभी भी भड़काने' का प्रयास कर रहे हैं।
लावरोव ने निष्कर्ष निकालते हुए कहा कि ऐसा नहीं लगता कि वे बातचीत के जरिए संघर्ष को खत्म करने के मूड (विचार) में हैं, लेकिन हम आशा करते हैं कि उनका मूड बदल जाएगा।
इससे पहले जेलेंस्की ने कहा था कि नाटो गठबंधन ने जानबूझकर यूक्रेन के ऊपर 'नो फ्लाइंग जोन' घोषित करने से इनकार कर दिया है।
उनके अनुसार, गठबंधन के देशों ने एक नैरेटिव बनाया है कि यूक्रेन के क्षेत्र को 'नो फ्लाइंग जोन' घोषित करने से नाटो के खिलाफ सीधे रूसी आक्रमण तेज हो जाएगा।


