मप्र में जागरूकता की मिसाल बना हैदराबाद से लौटा युवक
कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए जनसहयोग की अपील की जा रही है

भोपाल। कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए जनसहयोग की अपील की जा रही है। कहा जा रहा है कि संक्रमण के लक्षण नजर आएं या कहीं बाहर या दूसरे देश से लौटे हैं तो स्वास्थ्य विभाग को बताएं। फिर भी बड़ी संख्या में लोग वास्तविका छुपाने में लगे हैं। मगर मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक ऐसा युवक सामने आया, जिसने अपने संक्रमित होने की आशंका जताई और जब जांच हुई तो रिपोर्ट पाजिटिव आई है।
इस तरह, शिवपुरी जिले से जागरूकता का मामला सामने आया है। यहां के खनियांधाना क्षेत्र का युवक पिछले दिनों ही हैदराबाद से लौटा था। उसे सर्दी-खांसी के अलावा बुखार की शिकायत थी। उसने सोश़्ाल साइट फेसबुक पर अपना वीडियो डालकर स्वास्थ्य विभाग से खुद को संभावित कोरोना पीड़ित होने की बात कहते हुए मदद की गुहार लगाई थी। उसके बाद इसका नमूना लिया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और अब वह आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है।
युवक ने सोशल साइट पर जो अपना वीडियो पोस्ट किया था, उसमें वह साफ कह रहा है कि उसे कई दिनों से खांसी, बुखार के साथ बहुत ज्यादा कमजोरी लग रही है, उसने स्वास्थ्य अधिकारियों को अवगत कराया, मगर उम्र कम होने का हवाला देकर गंभीरता से नहीं लिया गया। वह कई दिन से अपने को घर के भीतर ही आइसोलेट किए हुए था। उसका यह वीडियो जब वायरल हुआ, तब स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया।
शिवपुरी जिले के सीएमएचओ डॉ. एएल शर्मा ने बताया कि एक युवक के नमूने की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसे जिला अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। संबंधित युवक खनियाधाना क्षेत्र के जिस मकान में रहता था, उसके घर के बाहर नोटिस बोर्ड चस्पा कर दिया गया है और परिवार के अन्य सदस्यों को भी सेल्फ क्वारंटाइन (स्व-एकांतवास) में रहने की निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि खनियाधानां के युवक की जागरूकता ने संभावित खतरे को रोकने का काम किया है। इससे और लोगों को सीख लेनी चाहिए, बीमारी को छुपाएं नहीं, जो विदेश से लौटे हैं, वे अपनी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक तौर पर दें। ऐसा करके वे अपने, परिवार और समाज के मददगार बन सकते हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने-अपने प्रदेश के निवासियों से कहा है कि जिसे भी कोरोना से संबंधित लक्षण नजर आएं, चिकित्सकों से संपर्क करें। सर्दी-जुकाम होने पर घबराएं नहीं। लॉकडाउन के दौरान सभी लोग घर में ही रहें, क्योंकि खुद को घर में रखकर ही इस बीमारी के फैलाव को रोका जा सकता है।
राज्य में कोरोनावायरस पीड़ितों की संख्या में बीते 24 घंटों में 6 मामलों का इजाफा हुआ है और यह आंकड़ा 21 तक पहुंच गया है। इनमें से से एक महिला की मौत हो चुकी है। राज्य में बीते दो दिनों में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर दोगुनी हो गई है।
पूरे राज्य में मंगलवार को जहां नौ लोग संक्रमित थे, वहीं गुरुवार की दोपहर तक यह आंकड़ा 21 तक पहुंच गया। इंदौर में पांच नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इस तरह इंदौर में संक्रमितों की संख्या नौ हो गई है। उज्जैन में कोविड-19 से संक्रमित पाई गई महिला की मौत हो चुकी है। यह राज्य में पहली मौत है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में अब तक 21 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 9 इंदौर, 6 जबलपुर, 2-2 भोपाल व शिवपुरी और ग्वालियर व उज्जैन में एक-एक व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस की रोकथाम के मकसद से देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया है, जिसका पालन कराने के लिए मध्य प्रदेश में भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं। अनावश्यक परिवहन और आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगी हुई है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है।


