बैरिकेड के तार में फंसकर युवक की मौत, एसएचओ लाइन हाजिर, चार पुलिसकर्मी निलंबित
दिल्ली पुलिस की लापरवाही ने एक युवक की जान ले ली। नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में बीती रात को बाइक सवार युवक पुलिस बैरिकेड से बंधे तार में इस तरह उलझ गया कि उसकी दर्दनाक मौत हो गई

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की लापरवाही ने एक युवक की जान ले ली। नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में बीती रात को बाइक सवार युवक पुलिस बैरिकेड से बंधे तार में इस तरह उलझ गया कि उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक, यह तार बाइकसवार युवक को अंधेरे में नजर नहीं आया और हादसा हो गया।
दरअसल बाइक सवार युवक की गर्दन में पहले कट लगा, फिर बाइक सवार पलटियां खाता हुआ सड़क पर गिर पड़ा, जिससे सिर में गहरी चोटें लगने से मौके पर मौत हो गई।
युवक अभिषेक (21) शकूरपुर निवासी है और वह रात में डीजे बजाने का काम करता था।हादसे के बाद चार पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए व एसएचओ को लाइन हाजिर किया गया है।
उत्तर पूर्व जिले के पुलिस उपायुक्त असलम खान ने बताया कि शुरुआती जांच में डिवीजन स्टाफ की लापरवाही सामने आई है। इस मामले में आईपीसी की धारा 304 के तहत लापरवाही से मौत का मुकदमा दर्ज किया है। निलंबित पुलिसकर्मियों में एक सब इंस्पेक्टर, एक हेड कांस्टेबल और दो कांस्टेबल हैं।
जानकारी के मुताबिक, युवक अभिषेक के साथ यह हादसा बैरिकेडिंग के साथ बंधे तार से हुआ। कहा जा रहा है कि अभिषेक रात में डीजे बजाकर शकूरपुर स्थित अपने घर लौट रहा था। बैरिकेड के चलते अभिषेक ने एक लेन से दूसरे लेन में बाइक ले जाने की कोशिश की, लेकिन अंधेरे में उसे बैरिकेड से बंधी तार नजर नहीं आई। तार उनकी गर्दन में फंसी, जिससे वह बुरी तरह उलझकर गिर गए। जिससे गर्दन पर कट लगने के बाद उनके सिर में भी गहरी चोटें आईं।
परिजनों की मानें तो अभिषेक को जब तक अस्पताल ले गए, मौत हो चुकी थी। वहीं, अभिषेक की मां का कहना है कि लापरवाह पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जो जिम्मेदार है उसको सजा मिलनी चाहिए।
अभिषेक के एक रिश्तेदार सुनील का कहना है कि इस जगह पर कोई भी पुलिसवाला नहीं था। स्थानीय लोगों ने ही उसकी मदद की। बैरिकडिंग लगे थे तो यहां पर पीसीआर होनी चाहिए थी। अभिषेक के साथ हुए हादसे से तकरीबन 15 मिनट पहले एक और आदमी इन तारों की चपेट में आया था, लेकिन वह बचा गया। सुनील ने बताया कि रास्ते में बैरिकेड्स थे और उसको तार से बांधा गया था। जब अभिषेक अपनी बाइक से आ रहा था तो वहां पर इतना अंधेरा था कि उसको वो नजर ही नहीं आया और वो तार उसकी गर्दन पर लग गया।


