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यूथ कांग्रेस ने पेगासस के जरिए कथित फोन टैपिंग की जेपीसी जांच की मांग की

भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए कथित फोन टैपिंग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में फिर से विरोध प्रदर्शन किया

यूथ कांग्रेस ने पेगासस के जरिए कथित फोन टैपिंग की जेपीसी जांच की मांग की
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नई दिल्ली। भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए कथित फोन टैपिंग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में फिर से विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की मांग दोहराई। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी के नेतृत्व में सैकड़ों युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पेगासस द्वारा पत्रकारों, विपक्षी नेताओं, सरकारी मंत्रियों और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की जासूसी करने का विरोध किया।

हालांकि, जैसे ही वे संसद भवन की ओर बढ़े, उन्हें दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया और मध्य दिल्ली के मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया।

श्रीनिवास ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार संविधान और कानून दोनों का गला घोंट रही है।

उन्होंने कहा, "लोकतंत्र को उसके पैरों तले रौंदा जा रहा है। देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों का दमन किया जा रहा है।"

उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर देशद्रोह करने और राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, "कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत देश के विपक्षी नेताओं, विभिन्न मीडिया संगठनों के पत्रकार और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की जासूसी की गई है।"

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसते हुए श्रीनिवास ने कहा कि सत्तारूढ़ दल का नाम बदलकर 'भारतीय जासूस पार्टी' कर देना चाहिए।

एनएसओ समूह कह रहा है कि पेगासस का इस्तेमाल सरकारों द्वारा आतंकवाद से लड़ने के लिए किया जाता है।

श्रीनिवास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगते हुए पूछा कि राहुल गांधी के फोन पर जासूसी करके वह किस अपराध और आतंक से लड़ रहे थे?

उन्होंने पूछा, "आप पत्रकारों की जासूसी करके किस आतंकवादी से लड़ रहे थे? आप मुख्य चुनाव आयुक्त की जासूसी करके किस आतंकवादी से लड़ रहे थे?"

उन्होंने कहा कि समाचार रिपोटरें में दावा किया जा रहा है कि न केवल पत्रकारों, विपक्ष के नेताओं और यहां तक कि उनके अपने मंत्रियों की भी जासूसी की गई।

श्रीनिवास बीवी ने कहा, "इस तरह के कृत्य से कायर मोदी सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को चोट पहुंचाई है और हम मांग करते हैं कि इस जासूसी मामले की जांच जेपीसी द्वारा और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की जानी चाहिए।"

आईवाईसी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राहुल राव ने कहा कि वे तब तक नहीं रुकेंगे जब तक जासूसी में शामिल लोगों को दंडित नहीं किया जाता।

इस मुद्दे ने संसद के मानसून सत्र की तूफानी शुरुआत के बाद एक वैश्विक सहयोगी जांच परियोजना से पता चला कि इजराइली कंपनी एनएसओ ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर ने भारत में 300 से अधिक मोबाइल फोन नंबरों को निशना बनाया गया है, जिसमें नरेंद्र मोदी सरकार के दो मंत्रियों, तीन विपक्ष, नेता, संवैधानिक प्राधिकरण, कई पत्रकार और व्यवसायी शामिल हैं।

कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र सरकार पर देशद्रोह का आरोप लगाया और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्रकारों, न्यायाधीशों और राजनेताओं के फोन की जासूसी और हैकिंग के लिए जिम्मेदार ठहराया और जांच की मांग की।


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