टीम 11 की तर्ज पर यूथ ब्रिगेड करती है जरूरतमंदों की मदद
कानपुर में गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेन्द्र मैथानी ने लोगाें की मदद का अनूठा तरीका अपनाया है।

कानपुर। विवादित बयानबाजी और कोरे आश्वासन वाली राजनीति से खुद को दूर रख कर कोरोना संकटकाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक विधायक गरीब और निराश्रित लोगों की मदद के जरिये जनप्रतिनिधि की सटीक भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
कानपुर में गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेन्द्र मैथानी ने लोगाें की मदद का अनूठा तरीका अपनाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम 11 की तर्ज पर उन्होने अपने कर्मठ कार्यकर्ताओं की टीमे बना रखी है। यूथ ब्रिगेड के सदस्य अलग अलग क्षेत्रों में भ्रमण कर लोगों से उनकी समस्यायों को पता करते है। विधायक ने इन वालंटियर्स को व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये जोड़ रखा है जिसमें पीड़ित व्यक्ति की समस्या के उल्लेख के साथ जरूरी दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड वगैरह को मंगा लिया जाता है जिसके बाद जिला प्रशासन के सहयोग से समस्या का निदान कर दिया जाता है।
पिछले साल मध्यावधि चुनाव में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि चुने गये श्री मैथानी ने कहा कि वह लाकडाउन के दौरान करीब 5400 लोगों का राशन कार्ड बनवा चुके है जबकि तीन हजार से अधिक दिहाड़ी मजदूरों के भोजन का प्रबंध वह खुद कर रहे हैं। लाकडाउन में गरीबों को सबसे बड़ी समस्या तब आती है जब उनका कोई अपना उन्हे छोड़कर परलोक सिधार जाता है। ऐसे में वह न सिर्फ शवों को अन्त्येष्टि स्थल तक पहुंचाने का प्रबंध करते है बल्कि दाह संस्कार का इंतजाम भी करवाते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि लाकडाउन के बाद उन्होने मोदी योगी रसोई की शुरूआत की थी जिसमें हर रोज जरूरतमंद को भोजन के पैकेट सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुये दिये जाते हैं। पैकेट देेने के साथ उनसे लाकडाउन के नियमों का पालन करने की शपथ ली जाती है, साथ ही यदि उनके पास राशनकार्ड नहीं है तो उसे बनवाने के लिये जरूरी आधार कार्ड की मांग रखी जाती है। साथ ही चेताया जाता है कि अगर वह दस्तावेज लेकर नहीं आयेंगे तो उन्हे भोजन का पैकेेट नहीं दिया जायेगा। यह उनकाे स्वालंबन की तरफ ले जाने का प्रयास है।
उन्होने बताया कि पिछले साेमवार को नगर के एक युवक की तेलंगाना में पीलिया से मृत्यु हो गयी थी जिसके शव को कानपुर लाने के लिये उसकी मां जिलाधिकारी के पास गयी थी। विधायक को इसकी जानकारी होने पर उन्होने तेलंगाना के अधिकारियों से संपर्क साधा और शव को नगर में भिजवाने की अपील की। सिक्यूरिटी कंपनी में कार्यरत युवक का शव कानपुर लाया जा रहा है।
सोशल मीडिया में बेहद सक्रिय श्री मैथानी के नेक काज से प्रेरित होकर कई डाक्टर,स्वयंसेवी संगठन के कार्यकर्ता और समाजसेवी भी सहयोग के लिये आगे आये हैं। उन्होने क्षेत्र की जनता को डाक्टरों के फोन नम्बर दे रखे है। बीमार होने पर फोन पर पीड़ित को परामर्श दिया जा रहा है।
विधायक ने कहा कि उनके द्वारा संचालित रसोई में कई संपन्न लोग सहयोग करते है लेकिन वह पैसे के स्थान पर ऐसे लोगों से राशन की व्यवस्था कराने को बोलते है। ऐसे में न सिर्फ पारदर्शिता रहती है बल्कि भोजन के लिये जरूरी राशन को खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सत्यदेव पचौरी के कानपुर का सांसद चुने जाने के बाद रिक्त हुयी गोविंदनगर सीट के लिये हुये उपचुनाव में श्री मैथानी विजयी हुये थे। ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र में हालांकि अभी तक कोरोना संक्रमण की बुरी नजर नहीं पड़ी है। इसके बावजूद विधायक क्षेत्र की जनता को खतरे से आगाह करते हुये उन्हे लाकडाउन के नियमों का पालन करने की नसीहत देते रहते हैं। करीब 55 वर्षीय नेता पार्टी संगठन में भी बेहद सक्रिय रहे हैं।


