एचआईवी संक्रमण की गलत रिपोर्ट मिलने पर युवक ने किया आत्महत्या का प्रयास
ग्रेटर नोएडा के एक प्राइवेट अस्पताल द्वारा लापरवाही का मामला सामने आया है

दनकौर। ग्रेटर नोएडा के एक प्राइवेट अस्पताल द्वारा लापरवाही का मामला सामने आया है। अस्पताल में ब्लड देने पहुंचे युवक को एचआईवी संक्रमित बताया गया। जबकि निजी लैब और जिम्स की जांच में युवक स्वस्थ्य साबित हुआ है। पीड़ित युवक का कहना है कि अस्पताल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित युवक मुस्तकीम ने बताया कि वह अपने एक परिचित को ब्लड देने 28 अप्रैल की रात एक अस्पताल में पहुंचे और ब्लड दिया गया। दो मई को पीड़ित युवक को दोबारा अस्पताल बुलाया गया और एचआईवी संक्रमित होने की संभावना बताई।
पीड़ित का कहना है कि अस्पताल कर्मी द्वारा दोबारा उसके ब्लड का सैंपल लिया गया जिसके बाद 6 मई को एचआईवी संक्रमित होने की रिपोर्ट थमाकर जिम्स में उपचार के लिए रेफर कर दिया गया। पीड़ित द्वारा अपने ब्लड की जांच एक निजी लैब से कराई जिसकी रिपोर्ट 7 मई को आई। जिसमें पीड़ित को स्वस्थ्य बताया गया। इसके बाद 9 मई को जिम्स में सैंपल दिया गया। जिसकी रिपोर्ट 14 मई को प्राप्त हुई। जिसमें भी युवक को स्वस्थ्य बताया गया है।
पीड़ित का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण उसके परिवार में कई दिन तक मातम पसरा रहा और पीड़ित ने कई बार आत्महत्या का प्रयास भी किया। पीड़ित मुस्तकीम का कहना है कि अस्पताल द्वारा की गई लापरवाही के कारण उसकी जान पर बन आई थी।
उनका कहना है कि वह मामले की शिकायत सीएमओ अधिकारी और डीएम से करेंगे। साथ ही कोर्ट में जाकर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


