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युवा खिलाड़ी सीनियर खिलाड़ियों को कड़ी चुनौती दे रहे हैं :बी. साई प्रणीत

 भारतीय बैडमिंटन स्टार बी. साई प्रणीत का मानना है कि युवा खिलाड़ियों ने अच्छी तरह से खुद को तैयार किया है और उनका फिटनेस स्तर भी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के बराबर

युवा खिलाड़ी सीनियर खिलाड़ियों को कड़ी चुनौती दे रहे हैं :बी. साई प्रणीत
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एंजलबर्ग(स्विट्जरलैंड)। भारतीय बैडमिंटन स्टार बी. साई प्रणीत का मानना है कि मौजूदा समय में युवा खिलाड़ी सीनियर खिलाड़ियों को कड़ी चुनौती दे रहे हैं और उनके इस शानदार प्रदर्शन के चलते सीनियर खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय खिताब भी जीतना मुश्किल हो गया है।

प्रणीत और पारुपल्ली कश्यप सहित कई भारतीय खिलाड़ी स्विस ओपन-2019 में हिस्सा लेने के लिए यहां मौजूद हैं। दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने 10 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित माउंट टिटलीस पर एक प्रदर्शन मैच भी खेला।

जून में आगामी बीडब्ल्यूएफ विश्व चैम्पियनशिप को प्रमोट करने के लिए स्विस बैडमिंटन संघ के सहयोग से स्विस टूरिज्म द्वारा यह प्रदर्शनी मैच आयोजित किया गया था।

प्रदर्शनी मैच के बाद उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप की तैयारियों को लेकर मीडिया से बात की।

इस दौरान प्रणीत ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा कि आज के समय में भारत के युवा खिलाड़ी सीनियर खिलाड़ियों को कड़ी चुनौती दे रहे हैं और अब उन्हें हराना वास्तव में मुश्किल हो गया है।

उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ियों ने अच्छी तरह से खुद को तैयार किया है और उनका फिटनेस स्तर भी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के बराबर है।

प्रणीत ने कहा, "मुझे लगता है कि इन दिनों राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीतना मुश्किल हो गया है क्योंकि यहां पर कई जूनियर सहित कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो बहुत शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। कुल मिलाकर भारत में बैडमिंटन का बहुत विकास हुआ है। यह अच्छा है कि युवा आगे रहे हैं और सीनियर को कड़ी चुनौती दे रहे हैं। भारतीय बैडमिंटन के लिए यह एक अच्छी बात है।"

वर्ष 2015 में करियर की सर्वश्रेष्ठ 15वीं रैंकिंग हासिल करने वाले प्रणीत ने खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस खेल को जमीनी स्तर पर बढ़ावा देने के लिए बाई काफी सकारात्मक चीजें कर रहा है।

उन्होंने कहा, "भारतीय बैडमिंटन संघ सही रास्ते पर है। इस खेल को जमीनी स्तर पर बढ़ावा देने के लिए यह अच्छा काम कर रहा है, खिलाड़ियों का लगातार समर्थन कर रहा है तथा उनकी सभी जरूरतों का भी ध्यान रख रहा है।"

वर्ष 2010 बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले प्रणीत ने कहा, "एक बैडमिंटन देश होने के नाते हम इस खेल में एक वास्तविक महाशक्ति बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और यह कोशिश आगे भी जारी रहनी चाहिए क्योंकि बहुत सारे युवा खिलाड़ी ढेर सारी प्रतिभाओं के साथ आगे आ रहे हैं। अब वह दिन दूर नहीं जब हम विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीतेंगे।"

26 वर्षीय प्रणीत 2016 में कनाडा ओपन और 2017 में थाईलैंड ओपन में चैम्पियन बनने का गौरव हासिल कर चुके हैं।

प्रणीत ने माउंट टिटलीस पर मैच को लेकर कहा, "यह पूरी तरह से एक अद्भुत अनुभव है। मैंने कभी इतनी ऊंचाई पर मैच खेलने के बारे में नहीं सोचा था। माउंट टिटलीस बहुत ही शानदार है और मेरे लिए तो यह पूरी तरह से अलग है। वास्तव में मैं यहां इसका आंनद ले रहा हूं। इसके लिए मैं स्विस बैडमिंटन संघ को धन्यवाद देना चाहता हूं जो हमें इतनी शानदार जगह पर ले आकर आए। मुझे उम्मीद है कि मैं आगामी विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतूंगा।"

प्रणीत ने अपने खेल को लेकर कहा कि वह अपनी खामियों को दूर करने और फिटनेस स्तर को बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, "इस सत्र की अभी शुरुआत ही हुई है और मैं ऑल इंग्लैंड ओपन में ही खेला हूं। मुझे वहां हार का सामना करना पड़ा और मैं अपने प्रदर्शन से खुश नहीं हूं। मैं अपनी कमियों पर काम कर रहा हूं, विशेष रूप से अपनी फिटनेस का ध्यान रख रहा हूं क्योंकि पिछले साल मैंने अपनी फिटनेस के साथ संघर्ष किया था। यह साल हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए मैं अपने खेल को बेहतर बनाने के लिए अपनी योजनाओं पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं।"


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