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युवा प्रवासी भारतीय नवाचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं : मुर्मू

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वैश्विक मंदी और अनेक चुनौतियों के बावजूद भारत की विभिन्न उपलब्धियों का आज जिक्र करते हुए कहा कि युवा प्रवासी भारतीय नवाचार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं

युवा प्रवासी भारतीय नवाचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं : मुर्मू
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इंदौर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वैश्विक मंदी और अनेक चुनौतियों के बावजूद भारत की विभिन्न उपलब्धियों का आज जिक्र करते हुए कहा कि युवा प्रवासी भारतीय नवाचार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

श्रीमती मुर्मू ने इंदौर में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित किया। इस अवसर पर गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी, मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत अनेक गणमान्य लोग और बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय उपस्थित थे। राष्ट्रपति ने अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रवासी भारतीयों को सम्मानित भी किया।

राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने कहा कि वर्तमान में वैश्विक स्तर पर आर्थिक और अन्य चुनौतियां हैं। इन स्थितियों से निपटने में प्रवासी भारतीयों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वे चाहती हैं कि प्रवासी भारतीय और भी बेहतर प्रयास करें और इसका लाभ भारत काे भी मिल सके। उन्होंने युवा प्रवासी भारतीयों से आह्वान किया कि वे नवाचार के जरिए और बेहतर कर सकते हैं।

राष्ट्रपति ने प्रवासी भारतीयों के हित में भारत की ओर से उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि मुसीबत के वक्त केंद्र सरकार ने सभी यथासंभव कदम उठाए। यूक्रेन में युद्ध की बेला में फसे भारतीयों को भी सुरक्षित निकालने के सफल प्रयास किए गए।

तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान आए सुझावों और विचारों का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में और बेहतरी के लिए महिलाएं भी कार्य कर रही हैं। उनके योगदान को और बढ़ाने की बात भी उन्होंने कही।

अपने लगभग 10 मिनट के संक्षिप्त संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को इस वर्ष जी20 की अध्यक्षता का अवसर भी मिला है। हमारे देश की वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा भी साकार होती हुयी नजर आ रही है। आजादी के अमृतकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में देश विभिन्न क्षेत्रों में और तेज गति से तरक्की करने के लिए आगे बढ़ेगा। इन वर्षों के लिए जो लक्ष्य तय किए गए हैं, उन्हें हासिल करने में भी प्रवासी भारतीयों की सहभागिता होना चाहिए।


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