सिख दंगों पर गृह मंत्री से मिलेंगे आप विधायक
भाजपानीत सरकार को पता था आम आदमी पार्टी सरकार जीत रही है और इसीलिए उन्होंने आनन फानन में सिख दंगों की जांच के लिए एसआईटी बना दी और अब तीन साल बाद 283 में 51 मामले बंद कर दिए यही एसआईटी की सक्रियता है

नई दिल्ली। 'भाजपानीत सरकार को पता था आम आदमी पार्टी सरकार जीत रही है और इसीलिए उन्होंने आनन फानन में सिख दंगों की जांच के लिए एसआईटी बना दी और अब तीन साल बाद 283 में 51 मामले बंद कर दिए, यही एसआईटी की सक्रियता है। सभी पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए, आधिकारिक तौर पर 2733 मामले हैं जबकि हकीकत में सात-आठ हजार मामले होंगे। पराधियों को सजा मिले ताकि दोषियों की रूह कांप जाए। इसके लिए मैं सरकार की ओर से गृह मंत्री से मिलने का समय लूंगा, सभी सदस्य साथ चलें, हम अपनी बात रखेंगे।’
दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह बयान आज दिल्ली विधानसभा में सिख दंगों पर अल्पकालिक चर्चा के उत्तर में दिया।
सिख दंगों के दोषियों को सजा देने में केंद्र द्वारा गठित एसआईटी की ओर से कथित निष्क्रियता के सम्बंध में चर्चा शुरू करते हुए जरनैल सिंह ने बताया कि एसआइटी का बार बार समय बढ़ा रहे हैं। भाजपा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यदि आपने कुछ नहीं किया तो हम समझेंगे आप और कांग्रेस में समझौता हुआ है कि भाजपा 84 दंगों को न उठाएं और कांग्रेस 2002 नही उठाएगी।
आप विधायक सोमनाथ भारती ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि सभी जांच रिपोर्ट स्पष्ट तौर पर कह रही हैं, आरोपी पुलिस कर्मी भी यहीं हैं फिर सजा देने में देर क्यों।
कालका जी से आम आदमी पार्टी के विधायक अवतार सिंह कालका जी ने भी दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की। जगदीप सिंह ने बताया कि उन्हें अपने पिता की हत्या की जानकारी मिली और खोजने के लिए उनके कपड़ों से उन्हें पहचाना कि उनको मार दिया गया।
सदन में कई विधायकों ने अपने-अपने अनुभव सुनाए। मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि आप नेता कांग्रेस के साथ थे ये सिख दंगों पर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं इसलिए भाजपा विधायक सदन से वाकआउट कर गए।


