आप विधायक के दुर्व्यवहार के आरोप पूरी तरह से निराधार : बैजल
अनिल बैजल ने आप विधायक सरिता सिंह के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्होने यह आरोप लगाया है कि बुधवार को राजनिवास में सात घंटे उपस्थित रहने के दौरान उपराज्यपाल सचिवालय मे उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ
नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज आप विधायक सरिता सिंह के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि विधायक सरिता सिंह ने यह आरोप लगाया है कि बुधवार को राजनिवास में सात घंटे उपस्थित रहने के दौरान उपराज्यपाल सचिवालय में उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ है। विधायक का यह आरोप पूरी तरह से निराधार है, दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने सच नहीं कहा है क्योंकि तथ्य पूरी तरह से विपरीत है।
सच तो ये है कि विधायक सौरभ भारद्वाज ने चार विधायकों के साथ मुलाकात की बात कही थी लेकिन 45 विधायक बिना पूर्व सूचना के राजनिवास के सामने एकत्रित हो गए। राजनिवास ने कहा कि उपराज्यपाल ने राजनिवास के सम्मेलन कक्ष में सभी विधायकों से मुलाकात की।
दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधायक राजनिवास के सम्मेलन कक्ष में सात घंटे तक रहे और यह जिद्द करने लगे कि निर्णय बाद ही वह यह स्थान छोड़ेंगे। एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक संवैधानिक अधिकारी के कार्यालय में अनधिकृत रूप से डेरा डालकर किसी भी मुद्दे का हल नहीं निकाला जा सकता है। राजनिवास के सम्मेलन कक्ष में अनधिकृत कब्जे के बावजूद भी सभी विधायक जोकि राजनिवास में मौजूद थे उनके साथ प्रोटोकाल, आदर और गरिमा के अनुसार व्यवहार किया गया जैसे कि एक चुने हुए प्रतिनिधि के साथ होना चाहिए।
विधायकों को नियमित रूप से पीने का पानी दिया गया, सम्मेलन कक्ष का एअर कंडीशनर जहां विधायक बैठे थे पूरे समय तक चालू रहा। रोहताश नगर की विधायक श्रीमती सरिता सिंह और अन्य विधायकों को परिसर छोड़ने के लिए कभी भी नहीं रोका गया। सरिता सिंह ने राजनिवास के सम्मेलन कक्ष में रहने का फैसला अपने आप ही किया जबकि प्रमिला टोकस जा चुकी थी।
किसी भी सहायता के लिए डाक्टर, पैरामैडिकल स्टाफ भी एक एम्बुलेंस के साथ राजनिवास में था। यहां तक कि राजनिवास महिला अधिकारी सहित सभी अधिकारी कार्यालय बंद होने के बाद भी रात 9.30 बजे तक मौजूद थी ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति पैदा न हो और एक संवैधानिक कार्यालय की सुरक्षा, प्रोटोकाल और गरिमा बनी रहे।


