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योगी सरकार ने पेश किया बजट, विपक्ष ने बताया दिशाहीन

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आज सदन में अपना दूसरा बजट पेश किया है

योगी सरकार ने पेश किया बजट, विपक्ष ने बताया दिशाहीन
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आज सदन में अपना दूसरा बजट पेश किया है। सरकार ने बजट 6 लाख 90 हजार 242 करोड़ 43 लाख रुपए का बजट पेश किया। विपक्षी दलों ने बजट को नकारा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव भाजपा सरकार का राज्य का बजट भी दिशाहीन है।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बजट में न आज की समस्याओं का समाधान है और न भविष्य की संभावना है। गांव, गरीब, किसान, नौजवान के लिए कुछ नहीं है। बजट निराशाजनक है। यह महिलाओं, किसानों, नौजवान को निराश करने वाला है।

बोले कि दिल्ली की सरकार ने किसानों और गांव को निराश किया प्रदेश की भाजपा सरकार ने भी वैसा ही रवैया अख्तियार करते हुए किसानों और गांव को निराश किया है। बजट में किसानों और गांव के लिए कुछ नहीं है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार का यह सातवां बजट है। सरकार बताएं क्या किसानों की आय दोगुनी हुई? क्या किसानों को उनकी फसलों की सही कीमत मिल रही है? सिर्फ बोल देने और भाषण देने से कुछ नहीं होता है। डीजल, पेट्रोल, कीटनाशक, खाद, बीज सब महंगा हो गया है। डीजल की महंगाई से आवागमन ही नहीं महंगा होता बल्कि सड़क, अस्पताल के निर्माण से लेकर खेती किसानी के कार्य सभी महंगे हो जाते हैं।

बसपा मुखिया मायावती ने कहा, 'यूपी सरकार ने सदन में आज पेश बजट जनहित व जनकल्याण का कम एवं लोकसभा चुनाव स्वार्थ को लेकर पुन: वादों का पिटारा। क्या इस अवास्तविक बजट से यहां की जनता का हित व कल्याण तथा भारत का ग्रोथ इंजन बनने का दावा पूरा होगा? कर्ज में डूबी यूपी को भ्रमकारी नहीं रोजगार-युक्त बजट चाहिए।

उन्होंने कहा, यूपी भाजपा सरकार अपनी बहुप्रचारित घोषणाओं, वादों व दावों को ध्यान में रखकर यहां महंगाई से त्रस्त लगभग 24 करोड़ जनता की गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, पिछड़ेपन एवं अराजकता आदि से उत्पन्न बदहाली को दूर करने हेतु अपनी कथनी व करनी में अन्तर से जनता के साथ विश्वासघात क्यों?

बसपा प्रमुख ने कहा, यूपी सरकार द्वारा लोकसभा आमचुनाव के मद्देनजर नए भ्रमकारी वादे व दावे करने से पहले पिछले बजट का ईमानदार रिपोर्ट कार्ड लोगों के सामने नहीं रखने से स्पष्ट है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार में प्रति व्यक्ति आय व विकास की जमीनी हकीकत मिथ्या प्रचार व जुमलेबाजी बजट ऊंट के मुंह में जीरा।

उन्होंने कहा, लोगों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रति व्यक्ति आय में अपेक्षित वृद्धि, रोजगार व सरकारी भर्ती आदि तो दूर, उन पर कर्ज का बढ़ता बोझ सरकार की गलत नीतियों व प्राथमिकताओं का प्रमाण। कर्ज के बढ़ते बोझ से स्पष्ट है कि सरकार, दावों एवं प्रचारों के विपरीत, हर मोर्चे पर विफल हो रही है।

यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने आज विधानसभा में प्रदेश की योगी सरकार द्वारा पेश किये गये बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यूपी सरकार का यह बजट पूरी तरह निराशावादी, खोखला और प्रदेश की जनता के साथ छलावा है।

खाबरी ने कहा कि बजट में किसी भी कार्ययोजना को पूरा करने और पूर्व में किये गये किसी भी वादे को पूरा करने की कोई भी कार्ययोजना स्पष्ट नहीं है। बजट पूरी तरह खेत खलिहान, किसान, महिलाओं, युवाओं को निराश करने वाला है। विकास की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उद्योग धंधे स्थापित करने, बिजली उपलब्ध कराने की बात नहीं है उद्योग धंधे के लिए सबसे जरूरी बिजली है और बिजली समस्या प्रदेश में भीषण है। पूर्व में जो बजट योगी सरकार ने पेश किया था उसका पूरा बजट नहीं खर्च पायी है इससे अन्दाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में विकास की ओर प्रदेश सरकार कितना गंभीर है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने स्पेशल कम्पोनेन्ट प्लान के जरिए बजट में व्यवस्था कर गरीब, मजदूर, पिछड़े, अतिपिछड़े, दलित वर्ग के बच्चों के लिए शिक्षा की नि:शुल्क व्यवस्था और समुचित चिकित्सा की व्यवस्था सुनिश्चित की थी जिसे भाजपा सरकार ने खत्म कर दिया है जो बहुत ही दु:खद है।

गौरतलब हो कि योगी सरकार 2.0 ने बुधवार को अपनी सरकार का दूसरा बजट पेश किया। बजट का आकार छह लाख 90 हजार दो सौ 42 करोड़ 43 लाख रुपये है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बजट का आकार हमारे कुशल वित्तीय प्रबंधन का प्रमाण है। बीते वर्ष जनता पर कोई नया कर नहीं लगाया गया फिर भी राजस्व की वृद्घि हुई है।


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