योगी सरकार श्वेत पत्र के जरिये अपनी कमियों को छुपा रही: मायावती
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ‘श्वेत पत्र’ के जरिये अपनी कमियों को छिपाने के प्रयास कर रही है
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ‘श्वेत पत्र’ के जरिये अपनी कमियों को छिपाने के प्रयास कर रही है। मायावती ने आज यहां जारी बयान में कहा कि योगी सरकार ने पिछले छह माह में कोई काम नही किया और न ही गरीबों के लिये कोई नई योजना चलाई।
उन्होंने कहा कि छह माह के कार्यकाल पूरा होने पर ‘श्वेत पत्र’ जारी करके पिछली सरकारों को घेरने की आड़ में अपनी कमियों को छिपाया जा रहा है। ऐसा कर सरकार सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करना चाहती है, लेकिन देश की जनता सब समझती है।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों की कमियाँ गिनाने के बजाय मौजूदा सरकार की कमियों को लेकर मुख्यमंत्री ‘श्वेत पत्र’ जारी करते तो ज्यादा बेहतर होता। वास्तव में योगी ने उल्टी गंगा बहाने का प्रयास किया है।
मायावती ने कहा कि योगी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार वास्तव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की तरह ही विकास तथा कानून व्यवस्था के मामले में विफल रही है। प्रदेश सरकार अपनी कमियों को छिपाने के लिये विपक्षी पार्टियों को निशाना बना रही है। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के नाम पर गरीबों, बेरोजगारों, युवाओं व मेहनतकश जनता को छला जा रहा है।
सरकार की नीयत सही व ईमानदार होती तो प्रदेश की सड़कें गड्डा-मुक्त हो गयी होतीं। बिजली का बुरा हाल है। अस्पतालों में बड़ी संख्या में गरीबों के मासूम बच्चे दम तोड रहे हैं। कर्ज माफी के नाम पर किसानों को छला जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा का असली एजेण्डा कुछ और है।
किसानों की कर्ज माफी के नाम पर वोट बटोरने के बाद दस रुपये, 25 रुपये, 100 रुपये तथा अन्य मामूली रकमों का चेक देकर ऋण माफी का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। जनता के साथ विश्वासघात करने वाली योगी सरकार का किसी बात पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। प्रदेश में अपराध नियंत्रण एवं कानून-व्यवस्था के बारे में आँकडों के माध्यम से किया गया दावा सिर्फ मिथ्या प्रचार है। अपराध नियंत्रण के नाम पर पिछले छह महीनों में एक वर्ग विशेष के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।


