योगी सरकार मजदूरों की सेवा का मौका भी नहीं देना चाहती: कांग्रेस
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मुसीबत में फंसे प्रवासी मजदूरों की योगी सरकार कोई मदद नहीं कर रही है और ओछी राजनीति के कारण श्रमिकों की मदद करने के कांग्रेस के इरादे में भी अड़ंगा लगा रही है

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मुसीबत में फंसे प्रवासी मजदूरों की योगी सरकार कोई मदद नहीं कर रही है और ओछी राजनीति के कारण श्रमिकों की मदद करने के कांग्रेस के इरादे में भी अड़ंगा लगा रही है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने बुधवार को वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उत्तर प्रदेश सरकार को घेरा। श्री लल्लू और श्रीमती मिश्रा ने कहा कि मजदूरों ने इस देश के निर्माण में अपना खून-पसीना लगाया है। आज जब देश का मजदूर संकट में है तो सरकार ने उन्हें अकेला छोड़ दिया है। मजदूरों के पास खाने-पीने के लिए कुछ भी नहीं है। सैकड़ों-हजारों किलोमीटर की पैदल, साइकिल से यात्रा करने के लिए मजदूर मजबूर हुए हैं। सिर्फ इतना ही नहीं सरकार उनसे इस विपत्ति में भी किराया वसूल रही है। यह अमानवीय और शर्मनाक है।
उन्होने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मजदूरों को रेलवे का किराया देने का वादा किया है। कांग्रेस मजदूरों का दर्द समझती है लेकिन गरीब, मजदूर विरोधी भाजपा सरकार उन्हे प्रवासी श्रमिकों की सूची नहीं दे रही है जिससे कि उनकी मदद की जा सके।
श्री लल्लू ने कहा कि उन्होने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मजदूरों की लिस्ट मांगी थी लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। यह सरकार मजदूरों के साथ जो बर्बर और अमानवीय व्यवहार कर रही है, उसे भूलाया नहीं जा सकेगा। इतिहास इस सरकार के मजदूर विरोधी काले कारनामे को याद रखेगा।
श्रीमती मिश्रा ने कहा कि मजदूर सैकड़ों-हजारों किलोमीटर की यात्रा भूखे-प्यासे करने को मजबूर है। सरकार कोई मदद नहीं कर रही है। कांग्रेस ने जगह-जगह मजदूरों के जलपान का इंतजाम किया लेकिन सरकार की अमानवीयता देखिए, उसने इसकी भी अनुमति नहीं मिली।
राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के निर्देशानुसार पार्टी हाईवे पर पैदल चल रहे श्रमिक और जरूरतमंद लोगों को मदद करने के लिये एक टीम गठित करेगी, जो उनके भोजन और ठहराव का प्रबंध करेगी।


