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योगी ने दिये बकरीद एवं अन्य त्यौहारों पर सतर्क रहने के अधिकारियों को निर्देश

योगी आदित्यनाथ ने ईद-उल-अज़हा (बकरीद), सावन के अंतिम सोमवार, रक्षा बन्धन, स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी के अवसर पर कानून-व्यवस्था के सम्बन्ध में पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश द

योगी ने दिये बकरीद एवं अन्य त्यौहारों पर सतर्क रहने के अधिकारियों को निर्देश
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लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद-उल-अज़हा (बकरीद), सावन के अंतिम सोमवार, रक्षा बन्धन, स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी के अवसर पर कानून-व्यवस्था के सम्बन्ध में पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिये हैं।

योगी ने कहा कि सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध सुनिश्चित कर लिए जाएं। उन्होंने हर स्तर पर त्योहार को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने, सुरक्षा प्रबन्ध चाक-चैबन्द रखने तथा असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगाह रखने के भी निर्देश दिये हैं। परम्परा के विपरीत किसी भी कार्य को किये जाने की मंजूरी न दी जाए।

मुख्यमंत्री ने रुस के दौरे पर जाने के पहले शनिवार को यहां अपने सरकारी आवास पर आगामी पर्वों एवं स्वतंत्रता दिवस के सम्बन्ध में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में श्रावण मास चल रहा है, जिसमें कांवड़ियों द्वारा कांवड़ यात्रा की जा रही है, जिसका अंतिम सोमवार और बकरीद, एक ही दिन अर्थात 12 अगस्त को होगी। इसके दृष्टिगत सतर्क दृष्टि रखी जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटित हो।

उन्होंने संवेदनशील जिलों एवं स्थलोें के दृष्टिगत पूर्व तैयारी एवं कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ईद-उल-अज़हा के अवसर पर सभी जिलों में गैर-परम्परागत रूप से खुले स्थानों पर विशेषकर मिश्रित आबादी वाले या धर्मस्थलों के निकट किसी भी प्रकार के विवाद की आशंकाओं को हर हाल में रोका जाए। जहां विवाद की आशंका हो, वहां पर पहले से पुलिस पिकेट, गश्त आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित न हो।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ईद-उल-अज़हा के अवसर पर नमाज़ के समय, मन्दिरों में पूजा-अर्चना तथा जल चढ़ाते समय सतर्क दृष्टि रखी जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रतिबन्धित पशुओं या गोवंशी पशुओं की कुर्बानी के सम्बन्ध में विशेष सतर्कता बरतते हुए इन्हें रोका जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो। उन्होंने ईद-उल-अज़हा के दौरान पूर्व में हुई घटनाओं एवं संवेदनशील जनपदों व स्थलों की समीक्षा किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि असामाजिक तत्वों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने सभी जिलों में साफ-सफाई के विशेष प्रबन्ध, निर्बाध विद्युत एवं जलापूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्वाें और त्योहारों को शान्ति के साथ मनाये जाने में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने जन्माष्टमी के सम्बन्ध में भी पूर्व से तैयारियों को सुनिश्चित किये जाने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी कार्यालयों, थानों व तहसीलों का आकस्मिक निरीक्षण करें। उन्हें अपने जनसेवक होने के दायित्व का निर्वहन पूरी ईमानदारी, निष्ठा एवं प्रतिबद्धता के साथ करना होगा। उन्होंने लखनऊ सहित अन्य जनपदों में प्लास्टिक, पाॅलीथीन एवं थर्मोकोल के प्रयोग पर कड़ाई से नियंत्रण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कानपुर नगर, मेरठ, वाराणसी नगरों में गन्दगी एवं साफ-सफाई की कमी के लिए सम्बन्धित अधिकारियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई किए जाने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि थाना स्तर पर टाॅप 10 की सूची के आधार पर अपराधियों को चिन्ह्ति करते हुए कार्रवाई करते हुए इस सम्बन्ध में प्रत्येक माह समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि पाॅक्सो एक्ट से सम्बन्धित मामलों में शीघ्रता से कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। महिलाओं के प्रति अपराध को हर हाल में रोका जाए। साथ ही, शस्त्र लाइसेंस जारी करने में विशेष सावधानी बरतते हुए जरूरतमन्दों को ही लाइसेंस निर्गत किए जाएं। अपराधियों एवं हिस्ट्रीशीटर को शस्त्र लाइसेंस निर्गत न हों। इस सम्बन्ध में भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। भू सम्बन्धी विवादों को निपटारा किया जाए। थानों पर मेरिट के आधार पर पोस्टिंग हो। किसी दागी अधिकारी को पोस्टिंग न दी जाए। जनप्रतिनिधियों का सम्मान सुनिश्चित हो। उनके साथ बैठकें और संवाद स्थापित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च स्तर पर निस्तारित शिकायतों का परीक्षण किए जाने पर पाया गया कि शिकायतों का निस्तारण करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा गम्भीरता नहीं दिखायी जा रही है, जिसके कारण शिकायत निवारण की गुणवत्ता खराब है तथा अनेक शिकायतें लम्बी अवधि से निस्तारित नहीं हुई हैं। वर्तमान सरकार प्रदेश में संवेदनशील एवं पारदर्शी प्रशासन देने के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर की शिकायतों के निस्तारण के लिए लोगों को लखनऊ आना पड़ता है, यह स्थिति ठीक नहीं है।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आईटी एवं इलेक्ट्राॅनिक्स आलोक सिन्हा, प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, एडीजी (कानून व्यवस्था) उपस्थित थे। साथ ही, सभी आईजी जोन, डीआईजी, रेंज, मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से लिंक थे।


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