योगी की गड्ढा मुक्त सड़कों से गुजरना हुआ दुश्वार
देश में भाजपा के सत्तासीन होने के कई योजनाओं पर काम करने के लिए कई ताबड़तोड़ फैसले लेते हुए उन्हें सख्ती से अमल में लाने के निर्देश जारी किए गए
रबूपुरा। प्रदेश में भाजपा के सत्तासीन होने के कई योजनाओं पर काम करने के लिए कई ताबड़तोड़ फैसले लेते हुए उन्हें सख्ती से अमल में लाने के निर्देश जारी किए गए, लेकिन जिनमें से अधिकांश विभागीय अधिकारियों की उदासीनता की भेंट चढ़ गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमान संभालते ही 3 माह यानि 15 जून तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश कर दिए। कार्य पूर्ण नहीं होने व समय के आभाव के चलते एक माह का समय बढ़ाकर 15 जुलाई तक कर दिया गया।
लेकिन समय अवधि समाप्त होने के बावजूद आज भी कई सड़कों के हालात बद से बदतर हैं। वहीं कई पर काम शुरू तो हुआ परन्तु ठेकेदारों की लापरवाही से बीच-बीच में गढ्ढे छोड़ दिये गये जो आज मुसीबत का सबब बन रहे हैं। कस्बा रबूपुरा से वाया आछेपुर, पारसौल, दनकौर से नोएडा को जाने वाले मार्ग पर गड्ढा मुक्त सड़क अभियान के तहत कार्य शुरू हुआ लेकिन ठेकेदार ने गांव पचोकरा स्थित प्राईमरी स्कूल के समीप करीब 15 मी. से अधिक सड़क को बिना कार्य किए ही छोड़ दिया।
उक्त रास्ते से प्रत्येक दिन सैंकड़ों लोग गुजर कर अपने गंतव्य तक जाते हैं, लेकिन हल्की बारिश से यहां काफी जलभराव हो जाता है और यहां निकल पाना नासूर बन जाता है। बताया जाता है ग्रामीणों द्वारा सड़क के किनारे से निकलने वाले रास्ते को लकड़ी पत्थर आदि डालकर बंद कर दिया जाता है, जिससे लोगों को गंदे पानी से ही निकलना पड़ता है। वहीं रबूपुरा से रूस्तमपुर होते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड़ को जोड़ने वाले मार्ग का भी कुछ ऐसा ही आलम है। गांव में घुसने से पहले ही काफी गहरा गड्ढा है जिसमें पानी भरे रहने से उसमे अधिकतर वाहन बंद हो जाते हैं और लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। गांव खेड़ा मोह दाबाद को जाने वाले मार्ग की तो और भी बेहाल है। बारिश होने के बाद ग्रामीणों का बाहर आना-जाना तक मुश्किल हो जाता है।


