यीडा घोटाले का एक आरोपी लगा पुलिस के हाथ
126 करोड़ के जमीन घोटाले के मामले में कासना पुलिस ने डाटा इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पूर्व निदेशक रमेश बंसल को गिरफ्तार किया हैं

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण (यीडा) के मास्टर प्लान से बाहर खरीदी गई जमीन घोटाले के सिलसिले मे कसाना थाना पुलिस ने गुरुवार को एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि यीडा में हुए 126 करोड़ के जमीन घोटाले के मामले में कासना पुलिस ने डाटा इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पूर्व निदेशक रमेश बंसल को गिरफ्तार किया हैं। पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीसी. गुप्ता को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जिसकी इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर चुकी है। एसएसपी ने कहा कि मामलेे में आगे की कार्रवाई की जा रही है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में जमीन खरीद में 126.42 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश हुआ था, जांच में पता चला कि यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ पीसी गुप्ता ने अफसरों, परिचितों, मित्रों व दलालों के साथ मिलकर 19 शेल कंपनी बनाई। इन कंपनियों के माध्यम से मथुरा जिले के 7 गांवों की 57.1549 हेक्टेयर भूमि खरीदी गई। इसके बाद इन कंपनियों के माध्यम से ये जमीन यमुना प्राधिकरण को बेच दी गई।
आरोप है कि उस जमीन की जरूरत प्राधिकरण को नहीं थी, फिर भी उस समय प्राधिकरण के निर्धारित रेट से अधिक दर पर जमीन खरीदी गई और उसके एवज में 126.42 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया। आरोप है कि इस भ्रष्टाचार को पीसी गुप्ता, डीसीईओ सतीश कुमार, ओएसडी बीपी सिंह, तहसीलदार सुरेश चंद, तहसीलदार रणवीर सिंह, नायब तहसीलदार चमन सिंह, प्रबंधक परियोजना अतुल कुमार सिंह, प्रबंधक नियोजन बृजेश कुमार और लेखपाल पंकज कुमार ने शेल कंपनियों के माध्यम से अंजाम दिया।
इस मामले में यीडा के पूर्व कार्यपालक अधिकारी पीसी. गुप्ता, डीसीईओ सतीश कुमार समेत 21 लोगों के खिलाफ कासना थाने में एफआईआर दर्ज हुआ है।


