येद्दियुरप्पा का इस्तीफा संविधान एवं ‘विधि के शासन’ की जीत: गुलाम नबी आजाद
कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने से पहले मुख्यमंत्री बी एस येद्दियुरप्पा के इस्तीफे को कांग्रेस ने संविधान एवं ‘विधि के शासन’ की जीत करार दिया है

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने से पहले मुख्यमंत्री बी एस येद्दियुरप्पा के इस्तीफे को कांग्रेस ने संविधान एवं ‘विधि के शासन’ की जीत करार दिया है।
येद्दियुरपा के इस्तीफा देने की घोषणा के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि यह संविधान, विधि के शासन और कांग्रेस पार्टी की जीत है।
We would like to congratulate the MLAs of Congress, JD(S), independent as well as BSP who resisted all sorts of temptations & arm twisting by Central govt. They stood by the party principles & decision taken by the party leadership: Ghulam Nabi Azad, Congress pic.twitter.com/iy3YmAfIsG
— ANI (@ANI) May 19, 2018
आजाद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए हर तरह के हथकंड़े अपनाये। कांग्रेस और जनता दल एस के विधायकों को बंधक बनाया और उनको कई तरह के प्रलोभन दिये गये, ये विधायक विधानसभा में पहुंचने में कामयाब रहे।
कांग्रेस के अगले कदम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “ हम राज्यपाल द्वारा जनता दल एस के नेता कुमारस्वामी को सरकार को गठन करने के लिए आमंत्रित करने का इंतजार कर रहे है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जनता दल एस को एक निर्दलीय विधायक का समर्थन प्राप्त है। श्री कुमारस्वामी को आसानी से बहुमत प्राप्त हो जाएगा।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कर्नाटक विधानसभा चुनावों में जनता दल एस और कांगेस के वरिष्ठ नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने कड़ा परिश्रम किया है और गठबंधन को पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौडा जैसे वरिष्ठ नेताओं के अनुभव का लाभ मिला है।


