येचुरी ने मणिपुर की भाजपा सरकार के इस्तीफे की मांग की
माकपा के महासचिव सीमाराम येचुरी ने मणिपुर की भाजपा सरकार पर वहां जारी हिंसा को रोक पाने में विफल होने का आरोप लगाते हुए उसके इस्तीफे की मांग की

नई दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीमाराम येचुरी ने मणिपुर की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर वहां जारी हिंसा को रोक पाने में विफल होने का आरोप लगाते हुए उसके इस्तीफे की मांग की।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास मणिपुर की विभिन्न पार्टियों से मिलने का समय नहीं है।
श्री येचुरी ने मणिपुर से आए विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से यहां मुलाकात की। उन्होंने ट्विटर पर कहा,
“ मणिपुर में जारी हिंसा—100 से अधिक मरे, 60,000 से अधिक राहत शिविरों में, घरों और संपत्तियों को तहस-नहस करना- राष्ट्रीय चिंता का विषय है। ”
माकपा नेता ने कहा, “ सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए भाजपा राज्य सरकार को सभी हितधारकों के साथ सार्थक बातचीत के बाद पद छोड़ना चाहिए। ”
उन्होंने बताया कि मणिपुर के 10 दलों के शिष्टमंडल से सोमवार को दोपहर बाद माकपा की केंद्रीय समिति के कार्यालय में उनकी मुलाकात हुई।
श्री येचुरी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री इबोबी सिंह सहित प्रतिनिधिमंडल मोदी से मिलने के लिए 10 दिनों से अधिक समय
से इंतजार कर रहा है, जिन्होंने इनकार कर दिया और तीन मई को संघर्ष शुरू होने के बाद से चुप रहना पसंद किया।
श्री येचुरी ने एक के बाद एक ट्वीट कर के कहा, “यह एक त्रासदी से परे है। भाजपा के 'डबल इंजन' द्वारा इस संकट से निपटना न केवल अक्षम है बल्कि अमानवीय संवेदनहीनता की बू आ रही है। अब भी मोदी के पास मणिपुर से इंतज़ार कर रहे 10 पार्टी प्रतिनिधिमंडल से मिलने का समय नहीं है। ”


