वर्ष 2017 किसानों के लिए त्रासद रहा: अजय सिंह
अजय सिंह ने वर्ष 2017 को किसानों के लिए त्रासद बताते हुए कहा कि मंदसौर गोलीकांड के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से की गई घोषणाओं पर अभी तक अमल नहीं हुआ।

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने वर्ष 2017 को किसानों के लिए त्रासद बताते हुए कहा कि मंदसौर गोलीकांड के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से की गई घोषणाओं पर अभी तक अमल नहीं हुआ।
सिंह के कार्यालय की ओर से आज जारी की गई एक विज्ञप्ति के मुताबिक सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने जून में मंदसौर गोलीकांड के बाद आठ घोषणाओं के साथ अपना उपवास खत्म किया, वर्ष बीत गया, पर इन पर अमल नहीं हुआ।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीते साल में सरकार के झूठ और नीतियों की वजह से किसान बेहाल, परेशान रहा। सरकार ने किसानों को धोखा दिया और भावान्तर के भंवर जाल में फंसाया।
किसी को यह योजना समझ नहीं आई क्योंकि इसमें किसानों को छोड़कर सभी को फायदा था। मंदसौर में गोलीकांड और टीकमगढ़ में कथित तौर पर किसानों को पीटे जाने की घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि बीता साल किसानों के लिए त्रासदी बनकर आया।
नेता प्रतिपक्ष ने सीहोर, सागर और रायसेन जिले के आंकड़ों के साथ कहा कि बीते साल में 13 सौ से अधिक किसानों ने आत्महत्या की।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीते साल में किसानों के साथ पिछले 12-14 साल से की जा रही धोखाधड़ी की पोल खुली।
विश्व की सर्वाधिक कृषि विकास दर, चार-चार कृषि कर्मण अवार्ड और 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था के दावे का पर्दाफाश खुद किसानों ने कर दिया। वर्ष 2017 प्रदेश के किसानों के लिए हताशा और निराशा का साल रहा।


