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यदि मैं 80 साल की उम्र में नौकरी चाहता तो जेटली अभी अपनी जगह पर नहीं होते- यशवंत सिन्हा

उन्होंने कहा वे यह स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं कि समस्याएं हैं, वे (सरकार) केवल अपना प्रशस्तिगान कर रहे हैं।

यदि मैं 80 साल की उम्र में नौकरी चाहता तो जेटली अभी अपनी जगह पर नहीं होते- यशवंत सिन्हा
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नई दिल्ली। गुरुवार शाम वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्‍ठ नेता यशवंत सिन्हा पर प्रहार किया जिसका कुछ देर बाद ही यशवंत सिन्हा ने पलटवार किया। श्री सिन्हा ने कहा कि यदि मैं 80 साल की उम्र में नौकरी चाहता तो जेटली अभी अपनी जगह पर नहीं होते।

यशवंत सिन्हा की इस खबर को एक बार फिर अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने Yashwant Sinha hits back : Arun Jaitley wouldn’t be there if I had been a job applicant शीर्षक से अपनी प्रमुख खबर बनाया है।

आपको बता दें कि इंडियन एक्सप्रेस में ही छपे लेख के बाद मोदी सरकार की फजीहत हो रही है। इस लेख में यशवंत सिन्हा ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर करारा प्रहार किया था।

सरकार स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं कि समस्याएं हैं

यशवंत सिन्हा ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ साक्षात्कार में कहा कि अगर देश की अर्थव्यवस्था खराब है इसका जिम्मेदार वित्त मंत्री ही होगा ना कि गृह मंत्री... मैं भी व्यक्तिगत आरोप लगा सकता हूं, लेकिन मैं इस जाल में नहीं फंसना नहीं चाहता।

उन्होंने कहा वे यह स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं कि समस्याएं हैं, वे (सरकार) केवल अपना प्रशस्तिगान कर रहे हैं।

मोदी सरकार में बोलने की मनाही

श्री सिन्हा ने कहा कि 2019 के चुनाव से पहले सिर्फ एक आम बजट में परिणाम दिखाना मोदी सरकार के लिए कठिन होगा।

बहुतसे भाजपा सांसदों ने उन्हें बताया कि पार्टी की संसदीय दल की बैठकमें किसी को भी बोलने और सवाल नहीं उठाने दिए गए।

इस लेख के बाद हो रही थुक्का-फजीहत के बाद गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली सामने आये और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए जवाबी हमला किया। एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में जेटली ने सिन्हा ने 80 साल की उम्र में नौकरी चाहने वाला करार देते हुए कहा था कि वह वित्त मंत्री के रूप में अपने रिकॉर्ड को भूल गये हैं।

जेटली ने कहा था कि सिन्हा नीतियों के बजाय व्यक्तियों पर टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि सिन्हा वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पीछे-पीछे चल रहे हैं। वह भूल चुके हैं कि कैसे कभी दोनों एक-दूसरे के खिलाफ कड़वे बोल का इस्तेमाल करते थे। हालांकि, जेटली ने सीधे-सीधे सिन्हा का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि उनके पास पूर्व वित्त मंत्री होने का सौभाग्य नहीं है, न ही उनके पास ऐसा पूर्व वित्त मंत्री होने का सौभाग्य है जो आज स्तंभकार बन चुका है। इसमें जेटली का पहला उल्लेख सिन्हा के लिए और दूसरा चिदंबरम के लिए था।

यशवंत सिन्हा ने आखिर कहा क्या था

गिरती जीडीपी और चरमरा रही अर्थव्यवस्था ने मोदी सरकार को चिंता में डाल दिया है। इसको लेकर भाजपा के दिग्गज नेता और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा था। सिन्हा ने नोटबंदी के फैसले पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया है। पिछले दिनों अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में एक लेख के माध्‍यम से सिन्हा ने मोदी सरकार पर तंज कसने का काम किया था। यशवंत सिन्हा ने कहा था कि नोटबंदी ने गिरती जीडीपी में आग में तेल डालने की तरह काम किया है। पीएम मोदी कहते हैं कि उन्होंने गरीबी को काफी नजदीक से देखा है लेकिन ऐसा लगता है कि उनके वित्तमंत्री इस तरह का काम में लगे हैं कि वह सभी भारतीयों को गरीबी काफी करीब से दिखायेंगे।


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