तेजी से डिजिटल होती दुनिया पर यश ने 21 की उम्र में लिखी किताब
सोशल मीडिया आज की तारीख में ज्यादातर लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया

नई दिल्ली । सोशल मीडिया आज की तारीख में ज्यादातर लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। तेजी से डिजिटल होती जा रही इस दुनिया में उन लोगों की अहमियत भी काफी बढ़ गई है। इसी विषय पर गुरुवार को यंग एंटरप्रेन्योर यश गुप्ता ने 21 की उम्र में अपनी डेब्यू बुक लॉन्च की, जिसका शिर्षक है, 'स्ट्रेटेजी व्हीच आल एंटरप्रेन्योर मस्ट फॉलो' जो अमेजन पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। सोशल मीडिया पर कई लोग अपनी पहचान बनाने में सफल रहे हैं। इनमें सेलिब्रिटी के अलावा कई आम लोग भी शामिल हैं, जिन्हें सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर कहा जाता है।
तम्भ्वेदा कंपनी के सीईओ एंड एंटरप्रेन्योर यश गुप्ता ने आईएएनएस से कहा, "करियर के रुप में कोई भी इनफ्लुएंसर बन सकता है, बस उसे बेसिक चीजों के बारे में सही जानकारी होनी जरूरी है। हमने देखा कि लोग इनफ्लुएंसर शब्द से थोड़ा घबरा जाते हैं, इसलिए मैंने इसपर किताब लिखने के बारे में सोचा।"
इनफ्लुएंसर कौन बन सकता पूछे जाने पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, "इनफ्लुएंसर जीरो नॉलेज वाला व्यक्ति भी बन सकता है, बस उसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के बारे में अच्छी समझ होनी चाहिए साथ ही कुछ स्ट्रेटेजी भी होती है, जिसका मैंने अपने ई-बुक में व्याख्यान किया है।"
बड़ी-बड़ी कंपनियां इन इनफ्लुएंसर्स से अपने प्रोडक्ट के बारे में पॉजिटिव पोस्ट करवाती हैं और बदले में इन्हें स्पॉन्सरशिप राशि देती है।
फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और ब्लॉग की स्पॉन्सरशिप राशि में हालिया वर्षों में बड़ा इजाफा हुआ है। सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स की कमाई उनके फॉलोअर्स/सब्सक्राइबर्स की संख्या और शोहरत से तय होती है।
भारत में फिल्म सितारे और स्टार क्रिकेटर्स की मांग ज्यादा हैं। इनके अलावा कई ऐसे इनफ्लुएंसर्स भी हैं जो सोशल मीडिया पर ही स्टार बने हैं। यूट्यूब पर आम तौर पर एक लाख सब्सक्राइबर होने पर स्पॉन्सरशिप मिलनी शुरू हो जाती है। फेसबुक पेज, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी कम से कम इतने सब्सक्राइबर की जरूरत होती है।


