Top
Begin typing your search above and press return to search.

यमुना का जलस्तर उफान पर, अधिकारियों ने लिया स्थिति का जायजा

झुप्पा गांव के समीप पुस्ता पर बनी पुलिया से गांव में पहुंचा बाढ़ का पानी, पुलिया को कराया गया बंद

यमुना का जलस्तर उफान पर, अधिकारियों ने लिया स्थिति का जायजा
X

जेवर। हरियाणा के हथिनी कुंड बांध से यमुना नदी में लगातार छोडे़ जा रहे लाखों क्यूसेक पानी से यमुना का जलस्तर उफान ले रहा है। जेवर खादर क्षेत्र में दर्जनों गांव की हजारों बीघा फसल बर्बाद होने के कगार पर पहंुच गई है। बुधवार रात को यमुना पुल के समीप स्थित झुप्पा गांव में पुस्ता पर बनी पुलिया से बाढ़ का पानी गांव में जाने लगा। जिसकी सूचना पर प्रषासन में हडकम्प मच गया तथा रात को ही जेसीबी मषीन के माध्यम से पुलिया को रोकने का काम किया गया तथा दिन में मिटटी से भरे बोरे डालकर पानी के बहाव को मोड़ने का प्रयास किया गया है। बृहस्पतिवार को प्रषासनिक अधिकारियों ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।

official review.jpg

ज्ञात हो कि पहाड़ी व मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिष की वजह से यमुना नदी में जलस्तर उफान पर है। जेवर क्षेत्र में सोमवार से यमुना नदी में जलस्तर बढ़ना षुरू हुआ था तथा गुरूवार तक जलस्तर में भारी बढ़ोतरी हुई है। तहसील क्षेत्र के गांव झुप्पा, पूरननगर, शमशमनगर, छातंगा, कानीगढी, गोविंदगढ, जेवर खादर उर्फ मढैया, सिरसा मांचीपुर, सिरसा खादर, भगवंतपुर, मेंहदीपुर व रामपुर बांगर आदि गांव में यमुना नदी में बाढ से होने वाले नुकसान को रोकने के लिये करीब तीन दषक पूर्व यमुना के पूर्वी दिषा में बांध बनाकर पत्थरों की पिचिंग की गई थी। पुस्ता के निर्माण के बाद दर्जनों गांव की आबादी व कृषि भूमि बाढ़ से सुरक्षित हो गई थी। बाबजूद इसके पुस्ता के यमुना नदी ओर का हजारों बीधा की जमीन की फसल बाढ आने पर बर्बाद हो जाती है।

चार दिन से यमुना नदी के जलस्तर में हो रहे इजाफा को देखते हुये जिला प्रषासन के निर्देष पर तहसील प्रषासन ने क्षेत्र में बनाई गई चारों बाढ़ चैकियों को चैकन्ना रहने के आदेष दिये थे। सभी बाढ़ चैकियों को नियं़ित करने के लिये तहसील मुख्यालय में कंट्ोल रूम स्थापित किया गया है।

बृहस्पतिवार को उपजिलाधिकारी अभय कुमार ंिसह, एसीपी रूद्र कुमार सिंह, कोतवाली प्रभारी मनोज सिंह चैहान, एआर कोपरेटिव आलोक रंजन ने यमुना नदी के आठ किमी लम्बे पुस्ता का निरीक्षण किया तथा झुप्पा गांव के समीप पुस्ता में संभावित कटान को देखते हुये पुख्ता इंतजाम करने के निर्देष जारी किये। उन्होंने ग्रामीणों से बाढ ग्रस्त क्षेत्र में न जाने की अपील की।

फसल बर्बाद होने की आषंका- यमुना नदी के जलस्तर में लगातार हो रहे इजाफा की वजह से किसानों की हजारों बीघा धान, ज्वार, बाजरा, सब्जीबाडी बर्बाद होने के कगार पर पहुच गई है। किसानों का कहना है कि एक दो दिन में जलस्तर में गिरावट नहीं हुई तो किसानों को भारी नुकसान होगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it