गाड़ियों के बढ़ते दवाब को देखते हुए यमुना एक्सप्रेस वे होगा 8 लेन का, रोजाना 32 हजार वाहन कर रहे हैं सफर
यमुना एक्सप्रेसवे पर दो लेन और बढ़ाई जाएंगी। इसके बाद यह एक्सप्रेसवे आठ लेन का हो जाएगा। लेन बढ़ाने के लिए एक्सप्रेसवे के दोनों ओर जगह मौजूद है

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एक्सप्रेसवे के दो तरफ एक-एक लेन बढ़ेगा, लेन बढ़ाने के लिए जगह मौजूद
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यमुना एक्सप्रेसवे पर बढ़ते वाहनों के दबाव को लेकर लिया गया निर्णय
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यमुना एक्सप्रेसवे के दो किनारे बैरियर को किया जाएगा ऊंचा
ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे पर दो लेन और बढ़ाई जाएंगी। इसके बाद यह एक्सप्रेसवे आठ लेन का हो जाएगा। लेन बढ़ाने के लिए एक्सप्रेसवे के दोनों ओर जगह मौजूद है। एक माह में इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार हो जाएगी।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक का यमुना एक्सप्रेसवे 165 किलोमीटर लंबा है। इसका निर्माण जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड ने किया था। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के साथ हुए अनुबंध के अनुसार इसे छह लेन का बनाया गया। शर्तों के अनुसार, जब इस पर वाहनों की संख्या रोजाना 32 हजार हो जाएगी तो दो लेन और बढ़ाई जाएंगी। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस एक्सप्रेसवे पर रोजाना 30 से 32 हजार वाहन गुजरते हैं।
अब एक्सप्रेसवे में दो लेन और बढ़ाने की जरूरत है। इसको लेकर सोमवार को जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि एक्सप्रेसवे की दो लेन और बढ़ाई जाएं। इसके लिए जमीन मौजूद है। दो लेन और बढ़ने के बाद एक्सप्रेसवे आठ लेन का हो जाएगा। अब जेपी इंफ्राटेक इसकी डीपीआर बनाएगा। डीपीआर बनने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
इसके अलावा यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों किनारे लगे बैरियर की लंबाई बहुत कम है। इसके चलते हादसे के बाद वाहन नीचे गिर जाते हैं। अब एक्सप्रेसवे के किनारे लगे क्रैश बीम बैरियर की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी। अभी इनकी ऊंचाई आधा मीटर है। इसको एनएचआई के मानकों के अनुसार ऊंचा किया जाएगा। बैरियर ऊंचा होने से हादसे के बाद वाहन नीचे नहीं गिरेंगे। यह काम भी जल्द शुरू होगा।


