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यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने को लेकर प्राधिकरण सख्त

यमुना एक्सप्रेस-वे पर लगातार हो रहे हादसे को देखत हुए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने कई सख्त कदम उठाए है

यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने को लेकर प्राधिकरण सख्त
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ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर लगातार हो रहे हादसे को देखत हुए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने कई सख्त कदम उठाए है। ग्रेटर नोएडा से आगरा तक एक्सप्रेस-वे पर दोनों तरफ क्रश बैरियर लगाया जाएगा।

पुलिया के बीच गेप पर मोल्ड प्लास्टिक वांश लगाया जाएगा। जिससे पुलिया के पास कोई वाहन टकराने पर नीचे गिरने का डर न रहे। साथ ही एक्सप्रेस-वे पर अगर किसी वाहन चालक ने तीन बार यातायात नियमों का उल्लंघन किया तो उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरूणवीर सिंह ने शुक्रवार को जेपी इंफ्राटेक के अधिकारियों के साथ बैठक कर एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने को लेकर कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए। एक्सप्रेस-वे पर रविवार को रोडवेज बस एक्सप्रेस-वे के नीचे गिर गई थी। इसमें दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 23 लोग घायल हो गए थे। मथुरा क्षेत्र में हुए हादसे में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के तीन डाक्टरों की मौत हो गई थी।

हादसों को देखते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के सीईओ ने जेपी इंफ्राटेक के अधिकारियों को एक्सप्रेस-वे सेंट्रल वर्ज के साथ दोनों तरफ क्रश बैरियर लगाने का निर्देश दिया है। एक्सप्रेस-वे पर अधिकतर हादसे तेज रफ्तार की वजह से होते हैं। तेज रफ्तार वाहन कई बार अनियंत्रित होकर दूसरी ओर के मार्ग पर पहुंच जाते हैं और वाहनों से टकरा जाते हैं। इस तरह कई हादसे हो चुके हैं कई कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है।

क्रश बैरियर लगने से कोई भी अनियंत्रित होने पर दूसरी तरफ से नीचे गिराने से बच जाएगे। सीईओ ने क्रश बैरियर को ग्रेटर नोएडा से आगरा तक लगाने का निदश दिया है। 165 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे पर फेस के हिसाब से क्रष बैरियर लगाया जाएगा। पहले फेस में जीरो किलोमीटर से जेवर टोल प्लाजा तक लगाया जाएगा। दूसरे फेस में जेवर से मथुरा टोल प्लाजा तक। इसी तरह फेस में आगरा तक लगाया जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर पुलिया के बीच गेप है, जिसके कारण तेज रफ्तार में वाहन अनियंत्रित होने पर नीचे गिर जाते है। पुलिया के मोल्ड प्लास्टिक् वाष लगाया जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर चालान व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाएगा।

यमुना सारथी ऐप को वाहनों के जीपीएस सिस्टम से लिंक जाएगा। जिससे वाहन चालक और उसमें सवार लोगों को पता चलता रहे कि वाहन की गति कितनी है और आगे कोई हादसा हुआ तो उनके जीपीएस पर शो हो जाएगा। इसके वाहन चालक सतर्क हो जाएंगे व रफ्तार धीमी कर लेंगे। एक्सप्रेस-वे पर जगह-जगह डिस्पले बोर्ड लगाया जाएगा। डिस्पले बोर्ड पर यातायात नियमों को दर्शाया जाएगा और वाहन की गति उसकी दिखाई देगी। तेज रफ्तार में कितने वाहन चल रहे और कितने का चालान हुआ उसे डिस्पले बोर्ड पर दर्शाया जाएगा। डिस्पले बोर्ड देखने पर दूसरे वाहन निर्धारित रफ्तार में वाहन चलाएंगे। तीन बार यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर डाइविंग लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा। दो पाहिया वाहनों के लिए एक्सप्रेस-वे पर अलग से लेन बनाया जाएगा।


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