यमुना प्राधिकरण ग्रामीण बच्चों को विदेशी भाषा में बनाएगा दक्ष
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने औद्योगिक निवेश के साथ किसानों को विकास की सहभागिता बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया

-
अमृता विद्यापीठम विवि के छात्र व षिक्षक यहां आकर ग्रामीणों को बच्चों को देंगे प्रशिक्षण
-
प्राधिकरण क्षेत्र के 27 गांवों में तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य 15 जनवरी से होगा शुरू
ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने औद्योगिक निवेश के साथ किसानों को विकास की सहभागिता बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया। इसके लिए ग्रामीण युवाओं को विदेशी भाशा में दक्ष बनाने के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। 15 जनवरी से 31 जनवरी तक पहले चरण में 27 गांवों में प्रशिक्षण अभियान चलाया जाएगा।
जिसमें दक्षिण भारत के अमृता विद्यापीठम के 61 छात्र और शिक्षक गांवों में जाकर प्रशिक्षण देंगे। इसके लिए छह छात्रों की दस टीमें बनाई जाएगी। इन छात्रों व शिक्षकों के केरल से आने व रहने की सारी व्यवस्था यमुना प्राधिकरण करेगा। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण ने शुक्रवार को व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन, अमृता विद्यापीठम, आईआईटी मुंबई के साथ अनुबंध किया।
अनुबंध के दौरान प्राधिकरण की तरफ से मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉक्टर अरुण वीर सिंह एवं व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन की तरफ से उनके सलाहकार गौरी कुमार द्वारा अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र के गांव में तालाबों के सौंदर्यकरण से संबंधित कार्य, प्राधिकरण के क्षेत्र में स्थित स्कूलों में ई क्लासेस, ई लाइब्रेरी एवं मॉडर्नाइजेशन आदि से सम्बन्धित कार्य भी करवाए जाएंगे। तीनों संस्था के साथ प्राधिकरण ने दो साल के लिए करार किया है। व्हील्स ग्लोबल फाउंडेषन हिमाचल प्रदेश में तालाबों के सौंदर्यीकरण पर काम चुकी है। तालाबों के सौंदर्यीकरण के लिए प्राधिकरण ने पहले चरण में 27 गांवों को चिन्हित किया हैं, जिसमें तिरथली, चौरौली जॉनचाना , जेवर बांगर आर एंड आर साईट, जेवर खादर, नीमका, पचोकरा, रीलखा, अट्टा फतेहपुर, दनकौर, भटटा, अट्टा गुजरान, ठसराना मोहम्मदपुर जादौन ,अच्छेपुर ,रोनीजा मिर्जापुर ,रुस्तमपुर, नीलोनी शाहपुर दल,सलारपुर , अच्छेजा बुजुर्ग ,मूंज खेड़ा, चपरगढ़, मुरादगढ़ी, गुनपुरा, रामपुर बांगर एवं खेरलीभाव आदि गांव शामिल है।
संस्था तालाबों के सौंदर्यीकरण का कार्य 15 जनवरी से प्रारंभ करेगी। बाद में प्राधिकरण 96 अधिसूचित गांवों के सभी तालाबों का सौंदर्यीकरण संस्था द्वारा कराएगा। इन पर होने वाले खर्च का वहन प्राधिकरण करेगा। व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन की तरफ से गौरी कुमार के अतिरिक्त योगेश एंडले एमडी नुक्लेअर सॉफ्टवेयर इंजीनियर, जे बी जी कृष्णमूर्ति, निर्देशक डब्ल्यूईएफ, गायत्री नायर, अमृता कस्तूरी रंजन, एटीइ चंद्रा फाउंडेशन, गणेश रंजीत मोहन, अमृता विद्यापीठम के एके अंबावरम तथा आकांक्षा सैनी नेशनल कोऑर्डिनेटर ट्रेनिंग स्पोकन टुटोरिअल प्रोजेक्ट आइआइटी मुंबई नेशनल मिशन ऑफ एजुकेशन आदि लोग मौजूद थे।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डाक्टर अरूणवीर सिंह ने बताया कि आईआईटी मुंबई ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य पर काम करेगी। इस अभियान में पहले से चयनित 13 कंपोजिट विद्यालय को भी शामिल किया गया। यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में स्थित डिग्री कालेज के छात्रों को विदेशी भाशा में दक्ष बनाने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए सभी डिग्री कालेज के प्रधानाचार्य के साथ 9 जनवरी को बैठक की जाएगी।
अनुबंध के दौरान यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण की तरफ से मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉक्टर अरुण वीर सिंह के अतिरिक्त अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी रविन्द्र सिंह, विषेश कार्याधिकारी, शैलेन्द्र भाटिया, महाप्रबंधक परियोजना केके सिंह, उप महाप्रबंधक परियोजना एके सिंह आदि लोग मौजूद थे।


