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'द कश्मीर फाइल्स' में अभिनय के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलता तो अच्छा लगता: अनुपम खेर

फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का नरगिस दत्त पुरस्कार मिलने पर अनुभवी अभिनेता अनुपम खेर ने खुशी जाहिर की है।

द कश्मीर फाइल्स में अभिनय के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलता तो अच्छा लगता: अनुपम खेर
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मुंबई । फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का नरगिस दत्त पुरस्कार मिलने पर अनुभवी अभिनेता अनुपम खेर ने खुशी जाहिर की है।

हालांकि, अभिनेता का कहना है कि फिल्म में उनके अभिनय के लिए सम्मान पाना उन्हें अच्छा लगता।

अनुपम ने इंस्टाग्राम पर फिल्म की कुछ झलकियां साझा की और लिखा, ''राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने से खुशी और गर्व है कि 'द कश्मीर फाइल्स' ने राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए प्रतिष्ठित और सबसे महत्वपूर्ण नरगिस दत्त पुरस्कार जीता।

उन्‍होंने कहा कि न केवल एक अभिनेता के रूप में बल्कि फिल्म के कार्यकारी निर्माता के रूप में भी मैं हमारी फिल्म को पुरस्कार मिलने पर खुश हूं।

अनुपम खेर ने आगे कहा कि मैं अपने अभिनय के लिए भी पुरस्कार जीतना पसंद करूंगा। अगर ख्वाहिशें पूरी हो जाएं तो आगे काम करने का मजा और उत्साह कैसे आएगा। चलो, अगली बार सही, प्रत्येक विजेता को मेरी हार्दिक बधाई, जय हो।

'द कश्मीर फाइल्स' 1990 में भारतीय प्रशासित कश्मीर से कश्मीरी हिंदुओं के पलायन पर केंद्रित है। इसमें पलायन और उससे जुड़ी घटनाओं को नरसंहार के रूप में दर्शाया गया है, जिसे कई लोगों ने गलत माना है।

'द कश्मीर फाइल्स' में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार और पल्लवी जोशी हैं।

कहानी एक कश्मीरी हिंदू कॉलेज के छात्र पर आधारित है, जिसे उसके दादा ने पाला था और उसे अपने माता-पिता की मृत्यु की परिस्थितियों की जानकारी से दूर रखा गया था। अपने दादा की मृत्यु के बाद छात्र अपने परिवार की मृत्यु के तथ्यों को जानने की कोशिश करता है।


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