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ट्रंप का दावा : ‘कमजोर नेताओं’ के कारण यूरोप पतन की ओर

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूरोप के कई देशों का नेतृत्व "कमजोर" लोग कर रहे हैं, और ये देश "पतन की ओर" बढ़ रहे हैं। यह बात उन्होंने 'पॉलिटिको' को दिए एक इंटरव्यू में कही

ट्रंप का दावा : ‘कमजोर नेताओं’ के कारण यूरोप पतन की ओर
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यूरोप पर ट्रंप का हमला, बोले– बॉर्डर पॉलिसी नहीं बदली तो हालात बिगड़ेंगे

  • यूक्रेन संकट पर ट्रंप का बयान– यूरोपीय नेताओं पर भरोसा नहीं
  • लंदन-पेरिस प्रवासियों के बोझ तले दब रहे हैं: ट्रंप
  • ट्रंप का बड़ा बयान– यूरोप रास्ता नहीं ढूंढ पा रहा

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूरोप के कई देशों का नेतृत्व "कमजोर" लोग कर रहे हैं, और ये देश "पतन की ओर" बढ़ रहे हैं। यह बात उन्होंने 'पॉलिटिको' को दिए एक इंटरव्यू में कही।

मंगलवार को पब्लिश पॉलिटिको के साथ इंटरव्यू में व्हाइट हाउस में ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि वे कमजोर हैं, लेकिन मुझे यह भी लगता है कि वे बहुत ज्यादा पॉलिटिकली करेक्ट होना चाहते हैं।"

ट्रंप ने आगे कहा, “उन्हें समझ नहीं आ रहा कि क्या करना चाहिए। यूरोप भी रास्ता नहीं ढूंढ पा रहा।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि यूरोप ने अपनी बॉर्डर पॉलिसी नहीं बदली तो कुछ देश आगे चलकर ठीक से टिक भी नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि लंदन और पेरिस जैसे शहर मध्य-पूर्व और अफ्रीका से आ रहे प्रवासियों के बोझ से दबते जा रहे हैं।

यूक्रेन संकट पर भी उन्होंने यूरोपीय देशों की भूमिका को कम आंका। राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन संकट को खत्म करने की कोशिश में यूरोपीय नेताओं की भूमिका पर उन्हें ज़्यादा भरोसा नहीं है। उनके अनुसार, “वे बात तो बहुत करते हैं, पर कोई ठोस परिणाम नहीं निकलता और युद्ध चलता ही जा रहा है।”

ट्रंप ने कहा कि रूस साफ तौर पर यूक्रेन से ज़्यादा मजबूत स्थिति में है, साथ ही उन्होंने यूक्रेन से नए चुनाव कराने की अपनी मांग दोहराई।

पिछले गुरुवार जारी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में ट्रंप प्रशासन ने कहा कि वह यूरोप में प्रवासन और अन्य संवेदनशील मुद्दों पर चली आ रही पुरानी नीति के खिलाफ “प्रतिरोध खड़ा करने” की कोशिश करेगा।

इस पर यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा दस्तावेज़ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "कोई भी मित्र देश किसी दूसरे मित्र देश के लोकतांत्रिक जीवन या उसकी घरेलू नीतियों में हस्तक्षेप करने की धमकी नहीं देता है।"


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