Top
Begin typing your search above and press return to search.

टैरिफ बवाल के बीच दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने अधिकारियों की बुलाई इमरजेंसी बैठक ; वित्त, विदेश और व्यापार मंत्री भी हुए शामिल

अमेरिका के टैरिफ बवाल के बीच दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने रविवार को वाशिंगटन की टैरिफ नीति पर एक आपातकालीन प्रतिक्रिया बैठक आयोजित की। इससे पहले अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार मंत्रिस्तरीय बैठक हुई थी

टैरिफ बवाल के बीच दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने अधिकारियों की बुलाई इमरजेंसी बैठक ; वित्त, विदेश और व्यापार मंत्री भी हुए शामिल
X

दक्षिण कोरिया में भी टैरिफ टेंशन जारी, राष्ट्रपति कार्यालय ने अधिकारियों की इमरजेंसी बैठक बुलाई

सोल। अमेरिका के टैरिफ बवाल के बीच दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने रविवार को वाशिंगटन की टैरिफ नीति पर एक आपातकालीन प्रतिक्रिया बैठक आयोजित की। इससे पहले अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार मंत्रिस्तरीय बैठक हुई थी।

राष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार, राष्ट्रपति के नीति मामलों के प्रमुख किम योंग-बियोम और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार वाई सुंग-लाक की सह-अध्यक्षता में यह इमरजेंसी बैठक हुई, जिसमें वित्त, विदेश और व्यापार मंत्री भी शामिल हुए।

योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार (स्थानीय समय) को उद्योग मंत्री किम जंग-क्वान और अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने अमेरिका में टैरिफ के मुद्दे को लेकर बैठक की। इसके बाद दक्षिण कोरियाई मंत्रियों ने अपनी इमरजेंसी मीटिंग बुलाई।

इमरजेंसी मीटिंग में क्या-क्या बात हुई, इसे लेकर राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा, "इमरजेंसी बैठक में शनिवार देर रात को उद्योग मंत्री किम जंग-क्वान और अमेरिकी वाणिज्य सचिव लुटनिक के बीच हुई बातचीत के बारे में बताया गया। इसके साथ ही मीटिंग में शामिल हुए अन्य लोगों ने परिणामों के आधार पर टैरिफ वार्ता को संबोधित करने के तरीकों पर चर्चा की।"

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार वाई सुंग-लाक ने 29 सितंबर को कहा कि दक्षिण कोरिया टैरिफ कम करने वाले एक ढांचे के तहत अमेरिका को नकद में 350 अरब डॉलर के निवेश के अपने वादे को पूरा करने में असमर्थ है।

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की ओर से यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब सोल और वाशिंगटन एक डील फाइनल करने के लिए निवेश पैकेज के डिटेल्स पर काम कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है कि अमेरिकी टैरिफ को 25 से घटाकर 15 प्रतिशत कर दिया जाए।

वहीं, सोल के अधिकारियों ने कहा है कि 350 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश के वादे के लिए मुद्रा विनिमय जैसे सुरक्षा उपायों की आवश्यकता थी और इसका उद्देश्य नकद भुगतान के बजाय परियोजनाओं का वित्तपोषण करना था।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it