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पर्यावरण और वैश्विक स्वास्थ्य के विषय पर पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को दिया खास संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण और वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा पर पूरी दुनिया को एक खास संदेश दिया है

पर्यावरण और वैश्विक स्वास्थ्य के विषय पर पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को दिया खास संदेश
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रियो डी जेनेरियो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण और वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा पर पूरी दुनिया को एक खास संदेश दिया है। उन्होंने ब्रिक्स समिट में पर्यावरण और स्वास्थ्य सुरक्षा जैसे अहम विषयों को प्राथमिकता देने पर खुशी जताई। प्रधानमंत्री ने कहा कि पृथ्वी का स्वास्थ्य और मनुष्य का स्वास्थ्य एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। साझा चुनौतियों का हल सिर्फ साझे प्रयासों से ही संभव है। इस दौरान पीएम मोदी ने कोविड महामारी का उदाहरण दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स में पर्यावरण पर चर्चा प्रासंगिक और समयानुकूल है। भारत के लिए क्लाइमेट चेंज और पर्यावरण सुरक्षा हमेशा से प्राथमिकता का विषय रहे हैं। क्लाइमेट चेंज सिर्फ ऊर्जा का विषय नहीं है। ये जीवन और प्रकृति के बीच संतुलन का विषय है।"

उन्होंने कहा, "जहां कुछ लोग इसे आंकड़ों में मापते हैं, भारत इसे संस्कारों में जीता है। भारतीय सभ्यता और संस्कृति में, पृथ्वी को मां का दर्जा दिया गया है। इसीलिए जब पृथ्वी मां पुकारती है तो हम चुप नहीं रहते। हम अपनी सोच, अपने व्यवहार और अपनी जीवनशैली में बदलाव करते हैं।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत के लिए क्लाइमेट चेंज कोई विकल्प नहीं, एक नैतिक कर्तव्य है। भारत का मानना है कि जरूरतमंद देशों को टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और किफायती वित्तपोषण के बिना क्लाइमेट एक्शन सिर्फ 'क्लाइमेट टॉक' तक ही सीमित रहेगा।"

अपने खास संदेश में पीएम मोदी ने कहा, "क्लाइमेट एम्बिशन और फाइनेंसिंग के बीच गैप को कम करने में विकसित देशों की विशेष और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। हमें उन सभी देशों को साथ लेकर चलना होगा जो अलग-अलग तनावों के चलते खान-पान, ईंधन, उर्वरक और वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि भविष्य को लेकर जो आत्मविश्वास विकसित देशों में है, वही आत्मबल इन देशों में भी होना चाहिए। किसी भी प्रकार के दोहरे मापदंड के रहते, मानवता का सतत और समावेशी विकास संभव नहीं है।

उन्होंने कहा, "भारत ने 'एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य' के मूलमंत्र से सभी देशों के साथ सहयोग बढ़ाया है। आयुर्वेद, योग, यूनानी और सिद्धा जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का इकोसिस्टम खड़ा किया गया है। डिजिटल स्वास्थ्य के जरिए देश के हर कोने में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं। इन सभी क्षेत्रों में भारत का सफल अनुभव साझा करने में हमें खुशी होगी।"प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि ब्रिक्स में भी स्वास्थ्य सहयोग बढ़ाने पर विशेष बल दिया गया है। उन्होंने पर्यावरण जैसे विषयों पर चर्चाओं के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। साथ ही पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा को सफल ब्रिक्स समिट की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।


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