नेपाल प्रदर्शन: नेपाल के प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा, आर्मी चीफ़ ने पीएम केपी ओली से मांगा था इस्तीफा
सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुए आंदोलन ने अचानक ही ओली विरोधी प्रदर्शन का रूप ले लिया। सरकार ने सेना को भी मैदान में उतारा लेकिन प्रदर्शनकारियों के तेवरों के चलते सेना चीफ ने भी सरकार का साथ छोड़ दिया

नेपाल के पीएम ओली का इस्तीफा
नेपाल : नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने के खिलाफ भड़के गुस्से ने केसी शर्मा ओली की कुर्सी छीन ली हैं। राजधानी काठमांडू और आसपास कर्फ्यू लगाने के बावजूद प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। सुरक्षाबलों से हथियार छीनने की खबरें भी सामने आ रही हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुए आंदोलन ने अचानक ही ओली विरोधी प्रदर्शन का रूप ले लिया। सरकार ने सेना को भी मैदान में उतारा लेकिन प्रदर्शनकारियों के तेवरों के चलते सेना चीफ ने भी सरकार का साथ छोड़ दिया। पीएम ओली ने सेना प्रमुख अशको राज से स्थिति पर जल्द से जल्द नियंत्रण पाने को कहा। इसके साथ ही देश से सुरक्षित बाहर निकलने के लिए मदद मांगी लेकिन सेना चीफ ने ओली से पीएम पद छोड़ने को कह दिया।
सेना का कहना है कि पीएम के बिना सत्ता छोड़े स्थिति पर नियंत्रण पाना मुश्किल है। अगर ओली सत्ता छोड़ देते हैं तो सेना स्थिति पर काबू पाने को तैयार है। सेना और प्रदर्शनकारियों के दबाव में ओली ने इस्तीफा दे दिया। उग्र होते प्रदर्शन के चलते काठमांडू एयरपोर्ट को पहले ही बंद कर दिया गया था।
अब खबर ये भी आ रही है कि ओली किसी भी समय देश छोड़कर भाग सकते हैं। काठमांडू के आसमान पर सेना के हेलीकॉप्टर लगातार मंडराते दिखाई दिए। ओली के लिए एक विशेष विमान स्टैंडवाए रखा गया है। ओली दुबई जा सकते हैं। इससे पहले आज दिन भर प्रदर्शन की खबरें आती रही।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और पीएम केपी शर्मा ओली के निजी आवास पर मेंआगजनी और तोड़फोड़ की है। संसद में भी प्रदर्शनकारी घुस गए। वित्त मंत्री को लोगों ने खींच लिया और उनकी पटाई भी कर दी। प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, पूर्व शेर बहादुर देउबा, गृहमंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले रमेश लेखक और संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घर आगजनी भी की है। नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र शाह ने Gen-Z आंदोलन पर सरकारी कार्रवाई के दौरान हुई जनहानि पर निराशा जताई है।
उन्होंने कहा कि युवाओं की जायज मांगों पर ध्यान दिए बिना उनकी जान लेना बेहद दुखद है। यूएन ने भी नेपाल में चल रहे प्रदर्शन पर चिंता जताई और सरकार से कहा कि वो प्रदर्शनकारियों पर बलप्रयोग नहीं करे। वैसे अब जब ओली ने इस्तीफा दे दिया है तो अब नेपाल में शांति कायम करने की कोशिश तेज हो गई है। सेना ने कमान संभाल ली हैं।


