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LIVE: 1 अक्टूबर के ताजा समाचार और अपडेट्स

म्यूनिख में हुए विस्फोट के बाद बंद किया गया ओक्टोबरफेस्ट

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दिनभर की तमाम ब्रेकिंग न्यूज और अपडेट्स हम एक साथ पेश करते हैं ताकि आपको सारी बड़ी और जरूरी खबरें एक साथ मिल जाएं.

- अमेरिका में संघीय सरकार ठप, शुरू हुआ 'शटडाउन'

- फिलीपींस में 6.9 तीव्रता का भूकंप, 65 से अधिक मौतें

- आरएसएस के शताब्दी समारोह में शामिल हुए पीएम मोदी

अक्टूबर में अधिक बारिश होने से फसलों को हो सकता है नुकसान

मौसम विभाग के मुताबिक, भारत में अक्टूबर के महीने में औसत से अधिक बारिश होने का अनुमान है. इसके चलते धान, कपास, सोयाबीन और मक्का जैसी खरीफ की फसलों को नुकसान हो सकता है, जिनकी कटाई का समय नजदीक है. बारिश होने से फसलों की कटाई ठीक ढंग से नहीं हो पाती है और फसलों के भंडारण में भी मुश्किलें आती हैं.

मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव वाला क्षेत्र बनने की वजह से मध्य, पूर्वी और दक्षिणी इलाकों में अक्टूबर के शुरुआती 15 दिनों में अधिक बारिश हो सकती है. उन्होंने कहा कि यह सिस्टम मध्य भारत से मॉनसून की वापसी में भी देरी कर रहा है. आमतौर पर 15 अक्टूबर तक देश से मॉनसून की विदाई हो जाती है.

भारत में सितंबर में औसत से 15 फीसदी अधिक बारिश हुई. वहीं, जून से लेकर सितंबर तक मॉनसून सत्र में औसत से आठ फीसदी अधिक बारिश हुई. यह लगातार दूसरा साल रहा, जब भारत में मॉनसून के दौरान औसत से अधिक बारिश हुई. मॉनसूनी बारिश भारत में किसानों के लिए बेहद जरूरी होती है. हालांकि, बेहद ज्यादा बारिश होने से किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ता है.

जर्मनी: म्यूनिख में हुए विस्फोट के बाद बंद किया गया ऑक्टोबरफेस्ट

जर्मनी के म्यूनिख शहर में मशहूर ऑक्टोबरफेस्ट के मैदान को एक बम की धमकी के कारण बुधवार को शाम 5 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि यह धमकी शहर के उत्तरी हिस्से में हुई एक पिछली घटना से जुड़ी हुई है.

क्यों किया गया बंद?

पुलिस ने ऑक्टोबरफेस्ट के आयोजन स्थल पर विस्फोटक उपकरणों की तलाशी के लिए अधिकारियों को तैनात किया है और वहां काम कर रहे कर्मचारियों को तुरंत इलाका खाली करने का निर्देश दिया गया है. पुलिस ने कहा कि यह कार्रवाई शहर के लेर्चेनाऊ जिले में एक घर में लगी आग और वहां से मिले विस्फोटक उपकरणों से जुड़ी हुई है.

पुलिस को बुधवार तड़के एक घर में आग लगने और तेज धमाकों की खबर मिली थी. माना जा रहा है कि यह आग एक पारिवारिक विवाद के कारण जानबूझकर लगाई गई थी. घटनास्थल पर गंभीर रूप से घायल मिला एक व्यक्ति बाद में मर गया, जबकि एक अन्य व्यक्ति लापता है.

विकीपीडिया को टक्कर देने के लिए ‘ग्रोकीपीडिया’ बना रहे इलॉन मस्क

अरबपति इलॉन मस्क ने घोषणा की है कि वे विकीपीडिया को टक्कर देने के लिए ‘ग्रोकीपीडिया’ नाम का नया प्लैटफॉर्म बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि ये नया प्लैटफॉर्म उनके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप ‘एक्सएआई’ की मदद से बनाया जाएगा. मस्क ने दावा किया है कि उनका प्लैटफॉर्म विकीपीडिया की तुलना में काफी बेहतर होगा.

न्यूज एजेंसी डीपीए के मुताबिक, मस्क लंबे समय से विकीपीडिया पर राजनीतिक पूर्वाग्रह रखने का आरोप लगाते रहे हैं. उनका दावा है कि विकीपीडिया वामपंथी विचारों को बढ़ावा देता है, जबकि मस्क दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थक हैं. मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा कि ग्रोकीपीडिया को इस्तेमाल करने पर कोई सीमा नहीं होगी.

आरएसएस के शताब्दी समारोह में शामिल हुए पीएम मोदी

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने विशेष रूप से डिजायन किया गया स्मारक डाक टिकट और सौ रुपये का सिक्का जारी किया. सिक्के के एक तरफ राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ है और दूसरी तरफ भारत माता और आरएसएस के स्वंयसेवकों की तस्वीर है.

उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "ये हमारी पीढ़ी के स्वयंसेवकों का सौभाग्य है कि हमें संघ के शताब्दी वर्ष जैसा महान अवसर देखने को मिल रहा है. मैं आज इस अवसर पर राष्ट्र सेवा को समर्पित कोटि-कोटि स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं देता हूं, अभिनंदन करता हूं. संघ के संस्थापक, हम सभी के आदर्श परम पूज्य डॉ. हेडगेवार जी के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.”

उन्होंने कहा, “समाज में जो ऊंच-नीच की भावना है, जो कुप्रथाएं हैं, छुआछूत जैसी गंदगी भरी पड़ी है, ये हिंदू समाज की बहुत बड़ी चुनौती रही है. एक ऐसी गंभीर चिंता है, जिस पर संघ लगातार काम करता रहा है. एक बार महात्मा गांधी जी वर्धा में संघ के शिविर में गए थे. उन्होंने भी संघ में समता, ममता, समरसता और समभाव देखा था और उसकी खुलकर तारीफ की थी.”

फिलीपींस में 6.9 तीव्रता का भूकंप, 65 से अधिक मौतें

फिलीपींस में मंगलवार रात को रिक्टर स्केल पर 6.9 तीव्रता का भूकंप आया. इसके चलते मध्य फिलीपींस में 65 से अधिक लोगों की मौत हो गई. एक आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि जीवित बचे लोगों की तलाश करने के लिए राहत अभियान चलाए जा रहे हैं. अधिकारी पानी और बिजली की आपूर्ति बहाल करने के लिए भी काम कर रहे हैं.

भूकंप का केंद्र बोगो शहर के उत्तरपूर्व में करीब 19 किलोमीटर दूर था. भूकंप की वजह से घरों और इमारतों की दीवारें गिर गईं. बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से निकलकर खुले में चले गए. इलाके के अस्पताल मरीजों से भर गए हैं. ऐसे में कई लोगों का खुले में इलाज किया जा रहा है. बोगो में मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है.

क्या 'शटडाउन' की तरफ बढ़ रही है अमेरिकी संघीय सरकार

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के आठ महीने बाद ही, देश की संघीय सरकार एक बार फिर 'शटडाउन' हो गई है. डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सांसदों के बीच संघीय फंडिंग बिल (खर्चों के लिए अस्थायी विधेयक) पर सहमति नहीं बन पाने के कारण ऐसा हुआ है.

क्यों हुआ शटडाउन?

मंगलवार रात अमेरिकी सीनेट (संसद) में आखिरी मिनट का फंडिंग बिल भी पारित नहीं हो सका, जिसके कारण वॉशिंगटन समय के अनुसार 12:01 बजे से सरकारी कामकाज आधिकारिक तौर पर रुक गया. यह ट्रंप के वर्तमान कार्यकाल का पहला शटडाउन है. इससे पहले उनके पहले कार्यकाल में भी दो शटडाउन हुए थे, जिनमें दिसंबर 2018 से जनवरी 2019 तक चला अमेरिका के इतिहास का सबसे लंबा शटडाउन भी शामिल है.

क्या है शटडाउन?

सरकारी शटडाउन तब होता है जब सरकार के वार्षिक बजट पर सहमत नहीं हो पाती है. इसका असर उन सरकारी खर्चों पर पड़ता है, जिन्हें हर साल मंजूरी मिलना जरूरी होता है. इसका मतलब है कि कई संघीय एजेंसियां अस्थायी रूप से बंद हो जाएंगी और आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों को छोड़कर बाकी कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेज दिया जाएगा.


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