चीन की विजय दिवस परेड में शामिल होंगे किम जोंग उन और पुतिन
- चीन की विजय दिवस परेड में शामिल होंगे किम जोंग उन और पुतिन, -ट्रंप के टैरिफ से टूटा शेयर बाजार, सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ खुले, - ट्रंप प्रशासन ने छात्रों और पत्रकारों के लिए नए वीजा प्रतिबंधों का प्रस्ताव रखा

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-चीन की विजय दिवस परेड में शामिल होंगे किम जोंग उन और पुतिन
-ट्रंप के टैरिफ से टूटा शेयर बाजार, सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ खुले
- ट्रंप प्रशासन ने छात्रों और पत्रकारों के लिए नए वीजा प्रतिबंधों का प्रस्ताव रखा
ट्रंप प्रशासन ने छात्रों और पत्रकारों के लिए नए वीजा प्रतिबंधों का प्रस्ताव रखा
अमेरिका में बुधवार को जारी एक प्रस्तावित सरकारी नियम के अनुसार, ट्रंप प्रशासन का लक्ष्य छात्रों, सांस्कृतिक एक्सचेंज विजिटर्स और मीडियाकर्मियों के लिए वीजा की अवधि को कड़ा करना है, जो कानूनी आव्रजन पर व्यापक कार्रवाई का एक हिस्सा है.
प्रस्तावित नियम के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय छात्रों, एक्सचेंज विजिटर्स और मीडियाकर्मियों को अब निश्चित अवधि के लिए ही वीजा मिलेगा.
ट्रंप ने जनवरी में राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद व्यापक आव्रजन कार्रवाई शुरू कर दी थी. इस नए कदम से अंतरराष्ट्रीय छात्रों, एक्सचेंज वर्कर्स और विदेशी पत्रकारों के लिए नई मुश्किलें खड़ी होंगी, जिन्हें ज्यादा लचीली कानूनी स्थिति बनाए रखने के बजाय अमेरिका में अपने प्रवास की अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन करना होगा.
प्रस्तावित नियम के तहत एफ-वीजा पर गए अंतरराष्ट्रीय छात्रों, जे-वीजा पर सांस्कृतिक एक्सचेंज विजिटर प्रोग्राम के लिए गए लोगों और आई-वीजा के तहत अमेरिका काम करने गए मीडियाकर्मियों के लिए वीजा की अवधि की एक समय सीमा तय होगी.
अमेरिकी सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में अमेरिका में एफ-वीजा पर लगभग 16 लाख अंतरराष्ट्रीय थे. अमेरिका ने 1 अक्टूबर, 2023 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष 2024 में लगभग 3,55,000 एक्सचेंज विजिटर्स और 13,000 मीडियाकर्मियों को वीजा दिया था.
अब नए नियम के मुताबिक छात्र और एक्सचेंज विजिटर्स की अवधि चार साल से ज्यादा नहीं होगी. मीडियाकर्मियों के लिए वीजा जो वर्तमान में सालों तक चल सकता है, अब 240 दिनों तक या चीन के पासपोर्ट वाले लोगों के मामले में 90 दिनों तक होगा. प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि वीजा धारक इसको आगे बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकते हैं.
भारतीयों के लिए अर्जेंटीना जाना हुआ आसान, वीजा नियम में ढील
भारत में अर्जेंटीना के राजदूत ने बुधवार को कहा कि अर्जेंटीना ने अमेरिकी वीजा वाले भारतीय नागरिकों के लिए यात्रा को आसान बना दिया है, जिससे अर्जेंटीना के वीजा के बिना भी प्रवेश की अनुमति मिल गई है. अर्जेंटीना के राजदूत मरियानो कॉसिनो ने अपने एक्स एकाउंट पर यह जानकारी साझा की है.
उन्होंने लिखा, "अर्जेंटीना सरकार ने अमेरिकी वीजा वाले भारतीय नागरिकों के लिए देश में प्रवेश आसान कर दिया है. आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित प्रस्ताव, अमेरिकी पर्यटक वीजा वाले भारतीय नागरिकों को अर्जेंटीना वीजा के लिए आवेदन किए बिना ही प्रवेश की अनुमति देता है."
उन्होंने आगे कहा, "यह खबर भारत और अर्जेंटीना दोनों के लिए बहुत अच्छी है. हम भारत से और अधिक पर्यटकों का अपने सुंदर देश में स्वागत करने के लिए तैयार हैं."
ट्रंप के टैरिफ से टूटा शेयर बाजार, सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ खुले
भारत पर ट्रंप का 50 प्रतिशत टैरिफ लागू होने के बाद गुरूवार को शेयर बाजार में गिरावट का दौर दिखने को मिला. बाजार खुलते ही निफ्टी लगभग 180 अंक गिरकर 24,583 पर था, जबकि बीएसई सेंसेक्स 600 अंक से अधिक टूटकर 80,315 पर कारोबार कर रहा था.
इससे पहले मंगलवार को निफ्टी और सेंसेक्स में लगभग 1% की गिरावट आई, जो अमेरिकी टैरिफ लागू होने से पहले, तीन महीनों में एक दिन में हुई सबसे बड़ी गिरावट थी. बुधवार को गणेश चतुर्थी के मौके पर भारतीय शेयर बाजार बंद थे. जिसकी वजह से टैरिफ का असर बाजारों पर गुरूवार को दिखा.
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका द्वारा रूसी तेल की खरीद के कारण भारतीय वस्तुओं पर अतिरिक्त 25% आयात शुल्क लागू करने के बाद बाजार को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
चीन की विजय दिवस परेड में शामिल होंगे किम जोंग उन और पुतिन
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अगले हफ्ते बीजिंग में एक सैन्य परेड में शामिल होंगे. यह छह साल में उनकी चीन की पहली यात्रा होगी.
चीन के विदेश मंत्रालय के अनुसार, अगले 3 सितंबर को होने वाली इस परेड में किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत 26 विदेशी नेता शामिल होंगे. यह परेड द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ और जापान के युद्धकालीन आक्रामकता के खिलाफ चीन के प्रतिरोध का प्रतीक है.
चीन के सहायक विदेश मंत्री हांग लेई ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम जनरल सेक्रेटरी किम जोंग उन का चीन में इन समारोहों में भाग लेने के लिए गर्मजोशी से स्वागत करते हैं." उन्होंने कहा कि चीन और डीपीआरके (उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम) के बीच पारंपरिक दोस्ती को बनाए रखना, मजबूत करना और विकसित करना चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और चीनी सरकार की दृढ़ स्थिति है.
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी, केसीएनए ने बताया कि किम चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर चीन का दौरा करेंगे. हालांकि, यह नहीं बताया गया कि वह चीन में कितने समय तक रहेंगे या शी, पुतिन या अन्य नेताओं के साथ कोई आधिकारिक बैठक करेंगे या नहीं.
ईरान, बेलारूस, सर्बिया, क्यूबा, इंडोनेशिया, म्यांमार, पाकिस्तान और मलेशिया जैसे देशों के नेता भी इस परेड में शामिल होंगे. अमेरिका या अन्य प्रमुख पश्चिमी यूरोपीय देशों के किसी भी नेता के इसमें शामिल होने की उम्मीद नहीं है, जिसका एक कारण यूक्रेन युद्ध को लेकर पुतिन के साथ उनके मतभेद हैं.


