आयरलैंड राष्ट्रपति चुनाव : 68 साल की पूर्व बैरिस्टर, कॉनॉली बड़ी जीत की ओर अग्रसर
आयरलैंड की राजनीति में लेफ्ट विंग की जानी-मानी नेता कैथरीन कॉनॉली देश की अगली राष्ट्रपति बनने वाली हैं

आयरलैंड में राष्ट्रपति चुनाव: 68 साल की कॉनॉली बड़ी जीत की ओर
डबलिन (आयरलैंड)। आयरलैंड की राजनीति में लेफ्ट विंग की जानी-मानी नेता कैथरीन कॉनॉली देश की अगली राष्ट्रपति बनने वाली हैं।
द आइरिश टाइम्स के अनुसार सुबह 8 बजे वोटों की गिनती शुरू होने के बाद शुरुआती नतीजों में 68 साल की पूर्व बैरिस्टर, कॉनॉली को बड़ी बढ़त मिली है। वो इंडिपेंडेंट सांसद रही हैं और आयरलैंड में लंबे समय से यूरोपियन यूनियन की आलोचक रही हैं, जबकि आयरलैंड ईयू का जबरदस्त समर्थक देश है। शुरुआत में वह ज्यादा मशहूर नहीं थीं।
उन्हें हमास पर अपने विचारों के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है, जिसके बारे में उन्होंने सितंबर में कहा था कि यह "फिलिस्तीनी लोगों का एक हिस्सा है।"
बाद में उन्होंने कहा कि वह हमास के कामों की "पूरी तरह से निंदा" करती हैं, साथ ही उन्होंने इजरायल की भी आलोचना की और कहा कि वह गाजा में "नरसंहार" कर रहा है।
फिएना फेल पार्टी के सदस्य और हायर एजुकेशन मिनिस्टर जेम्स लॉलेस ने नेशनल ब्रॉडकास्टर आरटीई को बताया, "ऐसा लगता है कि कैथरीन कॉनॉली ही चुनी जाएंगी, और अब हम सरकार के तौर पर उनके साथ काम करने की तैयारी कर रहे हैं।"
आयरलैंड के राष्ट्रपति का पद ज्यादातर नाममात्र का होता है, और उनके पास कानून की संवैधानिकता की जांच करने की शक्तियां बहुत कम होती हैं।
सबसे आगे चल रहीं कॉनॉली को सिन फेन, लेबर पार्टी और सोशल डेमोक्रेट्स सहित कई लेफ्ट पार्टियों का सपोर्ट प्राप्त है।
पोल्स से पता चला है कि उन्हें सेंटर-राइट पार्टी फाइन गेल की उनकी प्रतिद्वंद्वी, 64 साल की हम्फ्रीज के मुकाबले वोटर्स का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।
जीतने वाला माइकल डी. हिगिंस की जगह लेगा, जो 2011 से प्रेसिडेंट हैं। कॉनॉली या हम्फ्रीज आयरलैंड की 10वीं प्रेसिडेंट और इस पद को संभालने वाली तीसरी महिला होंगी।
आयरलैंड में राष्ट्रपति चुनाव 24 अक्टूबर 2025 को संपन्न हुए और वोटों की गिनती 25 अक्टूबर सुबह से शुरू हुई। शुरुआती रुझानों और ओपिनियन पोल्स ने स्पष्ट किया कि 68 वर्षीय स्वतंत्र उम्मीदवार कैथरीन कॉनॉली भारी बहुमत से जीत की ओर अग्रसर हैं। वह वर्तमान राष्ट्रपति माइकल डी. हिगिन्स की जगह लेने वाली 10वीं राष्ट्रपति बनने की प्रबल दावेदार हैं। कॉनॉली, जो गैलवे की पूर्व मेयर और संसद की डिप्टी स्पीकर रह चुकी हैं, वामपंथी विचारधारा की प्रतिनिधि हैं और युवाओं के बीच खासी लोकप्रिय हैं।


