Top
Begin typing your search above and press return to search.

यमुना में बन सकता है विश्व का सबसे बड़ा व्यापार केंद्र

  यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में एयरपोर्ट समेत अन्य बेहतर कनेक्टिविटी को देखते हुए चीन की यीवु इंटरनेशनल ट्रेड सिटी ने निवेश की इच्छा जताई है

यमुना में बन सकता है विश्व का सबसे बड़ा व्यापार केंद्र
X

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में एयरपोर्ट समेत अन्य बेहतर कनेक्टिविटी को देखते हुए चीन की यीवु इंटरनेशनल ट्रेड सिटी ने निवेश की इच्छा जताई है। इंडिया यीवु कमोडेटीस सिटी व वर्ल्ड ट्रेस सिटी सेंटर के प्रतिनिधियों ने मंगलवार यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरूणवीर सिंह ने मिलकर निवेश की इच्छा जताई है।

निवेश को लेकर प्राधिकरण से 600 एकड़ जमीन की मांग एयरपोर्ट के नजदीक की है। प्राधिकरण की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि उनके पास एक साथ 600 एकड़ जमीन उपलब्ध है। इससे पहले वह पूरा प्रपोजल बनाकर प्राधिकरण में जमा करे। इसके बाद प्रदेश सरकार के पास यह प्रस्ताव भेजा जाएगा। प्रधानमंत्री की मेड इन इंडिया के तहत चीन की यह व्यापारिक संस्था यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में निवेश करना चाहता है। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के प्रतिनिधि 16 नवम्बर को औद्योगिक क्षेत्र 24, 24ए व पांच, छह, सात का दौरा कर जमीन का लोकेशन देखेंगे। थोक व खुदरा वस्तुओं का सबसे बड़ा बिजनेस सेंटर यमुना एक्सप्रेस-वे शहर बनने से मुराराबाद, अलीगढ़ फिरोजाबाद समेत आसपास क्षेत्र के औद्योगिक इकाईयों को भी अपने उत्पाद प्रस्तुत करने का एक बड़ा प्लेटफार्म मिल जाएगा। चीन की यह कंपनी देश के चार शहर में भी निवेश कर चुका है।

जिसमें ग्रेटर नोएडा के टेकनोज में 50 एकड़ में नोएडा वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नाम से भूखंड आबंटित किया है, जिसमें चीन की मोबाइल कंपनी वीवो भी है। इसके लिए वह चंडीगढ़ व गुजरात के अहमदाबाद में गिफ्ट सेंटर के नाम से निवेश किया है। इंडिया यीवु कमोडेटीस अब यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र बनाना चाहता है। खास बात यह है कि 600 एकड़ में व्यापारिक केंद्र बनने से करीब बीस हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा, साथ ही करीब छह लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ यहां पर करीब 1800 सपोर्टिंग कंपनियां भी आएगी व अपना उत्पादन करेगी। यमुना एक्सप्रेस-वे चाइना कंपनी के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि उनके पास फेस-एक व फे-दो में टप्पल से पहले भी जमीन उपलब्ध है।

यहां पर व्यापारिक केंद्र बनने से एयरपोर्ट के साथ अन्य बेहतर कनेक्टिविटी भी होगी। कंपनी अपना व्यापारिक केंद्र पांच डिस्ट्रिक में बांटा कर विकास करना चाहता है। जिसमें डिस्ट्रिक एक में डब्ल्यू सर्विसेज सेंटर एंड बिजनेस डिस्ट्रिक होगा। डिस्ट्रिक-दो में कामोडेटीस र्टेनिंग सेंटर, ट्रेडिंग मार्केट, प्रोसोसिंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग होगा। डिस्ट्रिक-तीन में उत्पाद प्रदर्शन एंड सेंटर, डिस्ट्रिक-चार में वायर हाउसिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर, वेयर हाउस, यार्ड लैंड होगा।

डिस्ट्रिक पांच में आवासीय हाउसिंग, अस्पताल एंड वेलनेस सुविधा, मनोरंजन, शिक्षा, होटल, सेर्विसेज अपार्टमेंट होगा। जिससे व्यापार केंद्र में सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध हो। ़चीन में यीवु इंटरनेशन ट्रेड सिटी 59 मिलियन वर्गमीटर में फैला हुआ है। जिसमें विभिन्न प्रकार के उत्पादों के 75हजार सेंटर है। जिसमें करीब छह लाख लोग प्रत्यक्ष व प्रत्यक्ष रूप से इससे जुड़े हुए है। 56.25 बिलियन का यहां करोबार होगा। यमुना एक्सप्रेस-वे में आने से इसका सबसे ज्यादा फायदा विभिन्न जिले में चल रहे औद्योगिक इकाईयों को मिलेगा। उन्हें अपना उत्पाद प्रस्तुत करने के लिए एक प्लेटफार्म मिल जाएग। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरूणवीर सिंह ने बताया कि अभी निवेश को लेकर इंडिया यीवू मेमोडेटीस सिटी ने निवेश को लेकर रूचि दिखाई हैं।

जमीन का लोकेशन देखने के लिए वह प्रस्ताव तैयार कर प्राधिकरण में जमा करेंगे इसके बाद इसे प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा। यह बड़ा निवेश है और मेक इंड इंडिया के तहत निवेश करना चाहते है। इसलिए प्रदेश सरकार से अनुमति मिलने के बाद आगे इस पर विचार किया जाएगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it