अंतरिक्ष में होगी अनोखी घटना
आप सभी ने वन्स इन ए ब्लू मून इस अंग्रेजी मुहावरे को सुना ही होगा, जिसका मतलब होता है कभी-कभार होने वाली कोई घटना या बहुत कम आने वाला कोई अवसर। आज सावन पूर्णिमा पर इसी ब्लू मून के साक्षात दीदार होने वाले हैं।

आज सावन पूर्णिमा पर देश में जहां रक्षाबंधन का त्योहार मनाकर भाई-बहनों के खास रिश्ते को मान दिया जा रहा है, वहीं अंतरिक्ष में भी एक खगोलीय घटना होने वाली है। अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी के अनुसार रविवार को आसमान में नीला चांद यानी ब्लू मून दिखेगा। स्काई एंड टेलिस्कोप पत्रिका के अनुसार चांद वास्तव में ऐसी रातों में नीला नहीं होता है, बल्कि ‘ब्लू मून’ का मतलब होता है चार पूर्णिमा वाले सीजन की तीसरी पूर्णिमा। वहीं अमेरिका के नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) का मानना है कि ब्लू मून दो तरह के होते हैं एक मासिक और दूसरा मौसमी। नासा के अनुसार, ‘एक मासिक ब्लू मून एक कैलेंडर माह में आने वाली दो पूर्णिमा में दूसरी पूर्णिमा का चांद होता है। वहीं जिस सीजन में चार पूर्ण चंद्रमा होते हैं, उसमें तीसरा पूर्ण चांद मौसमी ब्लू मून होता है। ’
‘ब्लू मून’ शब्द का मतलब यह नहीं है कि चांद अपना रंग बदलता है। ऐसा सिर्फ हवा में पानी की बूंदों या कुछ खास तरह के बादलों, प्राकृतिक आपदाओं जैसे ज्वालामुखी की राख और वातावरण में धुएं के बिखरे कणों के कारण हो सकता है। ब्लू मून का होना एक अत्यंत दुर्लभ घटना है। नासा का कहना है कि 1883 में क्राकाटोआ नाम के इंडोनेशियाई ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद वर्षों तक नीले रंग के चांद दिखाई दिए।
तो आज रक्षाबंधन के खास मौके पर ब्लू मून का दीदार करें और इस अनोखी खगोलीय घटना का आनंद लीजिए।


