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विश्व अल्जाइमर्स दिवस: खेलना भी है दिमाग के लिए अच्छा, तेजी से बढ़ रहा है अल्जाइमर रोग

भारत में लगभग 37 लाख लोग अल्जाइमर रोग से ग्रस्त हैं और यह संख्या वर्ष 2030 तक दोगुनी होने की आशंका है

विश्व अल्जाइमर्स दिवस: खेलना भी है दिमाग के लिए अच्छा, तेजी से बढ़ रहा है अल्जाइमर रोग
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नई दिल्ली। भारत में लगभग 37 लाख लोग अल्जाइमर रोग से ग्रस्त हैं और यह संख्या वर्ष 2030 तक दोगुनी होने की आशंका है। अल्जाइमर, डिमेंशिया और संबंधित विकारों का सबसे आम रूप है।

एक हालिया अध्ययन ने संकेत दिया है कि टाइप-2 डायबिटीज वाले लोगों को सामान्य ब्लड शुगर वालों की तुलना में अल्जाइमर रोग होने की आशंका 50 से 65 प्रतिशत अधिक होती है। टाइप-2 मधुमेह वाले लोगों को आगे की जिंदगी में अल्जाइमर रोग होने का अंदेशा बना रहेगा। इस रोग को अब टाइप-3 डाइबिटीज भी कहा जाने लगा है।

विश्व अल्जाइमर्स दिवस पर वरिष्ठ चिकित्सक डा. संजय कालड़ा बताते हैं किअल्जाइमर मस्तिष्क का एक तेजी से बढऩे वाला और क्षतिकारक रोग है। यह रोग इतना गंभीर क्यों माना जाता है, यह इसी तथ्य से समझा जा सकता है कि आज तक इसका पक्का इलाज मौजूद नहीं है, न ही इसे नियंत्रित करने का कोई निश्चित उपचार है। हालांकि, कुछ दवाएं इसके लक्षणों का प्रबंधन करने में अस्थायी मदद कर सकती हैं, पर वे पक्का उपाय नहीं हैं और उनका असर मात्र 6 से 12 माह तक ही रह पाता है। इसका निदान यानी समय पर पता चल जाना ही बड़ी बात है, जो न केवल रोगी, बल्कि पूरे परिवार के लिए मददगार होता है। इसे टाइप 3 डाइबिटीज कहा जाना यह दर्शाता है कि अल्जाइमर्स रोग मधुमेह का ही एक रूप है, जिसमें चुनिंदा रूप से मस्तिष्क शामिल है और इसमें आणविक और जैव रासायनिक विशेषताएं हैं जो टाइप 1 डाइबिटीज मेलिटस एवं टाइप 2 डाइबिटीज मेलिटस के साथ ओवरलैप करती हैं।

उन्होंने बताया किअल्जाइमर तेजी से फैल रहा है, क्योंकि भारत तेजी से औद्योगिक प्रगति कर रहा है। याददास्त कम होना जरूरी नहीं कि उम्र के कारण ही हो, बल्कि बुढ़ापे में मस्तिष्क को पर्याप्त सक्रियता नहीं मिल पाती है, इसलिए भी मैमोरी लॉस होने लगता है।

विश्व अल्जाइमर दिवस पर, उन गतिविधियों में भाग लेने के बारे में जागरूकता बढ़ाना जरूरी है जिनसे तन व मस्तिष्क सक्रिय और स्वस्थ रहता है। साथ ही आवश्यक है कि जीवनशैली में उचित परिवर्तन करके सेहत अच्छी रखी जाये। इसलिए वजन संतुलित रखें, सोच समझ कर खायें। सब्जियों और फलों का सेवन अधिक करें। साबुत अनाज, मछली, चिकन, अंगूर, फलियां आदि प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं इन्हें खायें। रोजाना 30 मिनट के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें, क्योंकि यह मस्तिष्क के रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है। कोलेस्ट्रॉल, ट्रायग्लिसराइड्स, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर पर नजर रखें और पहेलियां, क्रॉसवर्ड, मैमोरी और मस्तिष्क को चुनौती देने वाले गेम खेलें।


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