जाति और धर्म के नाम पर बांटने वालों के बहकावे में न आकर एकजुट होकर करे काम: वसुंधरा
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने राज्य को एक सूत्र में बांधे रखने की सबकी जिम्मेदारी बताते हुए कहा है कि इसके लिए जाति और धर्म के नाम पर बांटने वालों के खिलाफ एकजुट होने की जरुरत हैं।

सीकर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने राज्य को एक सूत्र में बांधे रखने की सबकी जिम्मेदारी बताते हुए कहा है कि इसके लिए जाति और धर्म के नाम पर बांटने वालों के खिलाफ एकजुट होने की जरुरत हैं।
राजे आज सीकर जिले के नीमकाथाना में शहीद सुनील कुमार यादव की प्रतिमा के अनावरण तथा 140 करोड़ रूपये के विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश को उन्नत और खुशहाल बनाने के लिए आवश्यक है कि सब मिलजुल कर रहें। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने हित साधने के लिए लोगों को जाति एवं धर्म के नाम पर आपस में लड़ाने का काम करते हैं, लेकिन उनके बहकावे में नहीं आकर ऐसा राजस्थान बनाना है, जो ऐसी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर एक सुर में बोले और सभी कौमें एक साथ रहें।
उन्होंने कहा कि चाहे विकास पर कितना भी पैसा खर्च कर दें लेकिन समाज में आपसी फूट रहेगी तो राजस्थान कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरती शूरवीरों की जननी है। यहां के कण-कण में शौर्य बसा हुआ है। श्रीमती राजे ने कहा कि शहीदों ने हमारे कल के लिए अपने को न्यौछावर कर दिया। राज्य सरकार शहीदों के परिजनों के साथ है और उसे उनके हर दुख-दर्द का एहसास है। राजस्थान शहीदों की कुर्बानी और उनके परिवार के त्याग को एक पल के लिए भी नहीं भूला है।
राजे ने कहा कि शेखावाटी क्षेत्र के पीने के पानी की समस्या का स्थाई रूप से समाधान करने के लिए 20 हजार करोड़ रूपये की लागत से ताजेवाला हैड से यमुना का पानी राजस्थान लाने की परियोजना पर काम कर रहे हैं। इससे प्रदेश के चूरू, सीकर और झुंझुनूं जिले में पेयजल की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। परियोजना से सीकर जिले के सभी 800 गांव लाभान्वित होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सीकर जिले के विकास के लिए चार साल में 6300 करोड़ रूपये स्वीकृत किये, जबकि पिछली सरकार के पांच साल में केवल दो हजार करोड़ रूपये खर्च हुए। इसी तरह नीमकाथाना विधानसभा क्षेत्र में चार वर्ष में 534 करोड़ रूपये स्वीकृत किये, जबकि पिछली सरकार ने केवल 250 करोड़ रूपये खर्च किये। इससे पहले उन्होंने 140 करोड़ रूपये की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।


