ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर चल रहे धरने की कमान महिलाओं ने संभाली
मांगों को लेकर किसान 25 दिनों से ग्रेटर नोएडा पर दे रहे धरना

ग्रेटर नोएडा। किसानों की ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय पर 25 दिनों से चल रहे धरने की कमान षुक्रवार को महिलाओं ने संभाला। इस दौरान महिलाओं ने चेतावनी दी कि अगर जल्द प्रदेष सरकार और प्राधिकरण ने उनकी मांग नहीं मानी तो वे भी गिरफतारी देने के लिए तैयार है। धरने पर बैठी महिलाओं ने गीत संगीत के माध्यम से प्राधिकरण को अपनी समस्याओं से अवगत कराया व धरनारत किसानों में भी जोश भरने का कार्य किया।
किसान रीना भाटी ने कहा कि प्राधिकरण ने हमारे साथ धोखा किया है हमारी जमीनों को सस्ती दरों पर लेकर बिल्डरों को ऊंची दरों पर आवंटित किया व जो हमारे अधिकार है उन पर भी डांका डालने का कार्य प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है हमारे 10 फीसदी विकसित प्लॉट की जगह किसानों को केवल 6 फीसदी प्लॉट ही दिया जा रहा है जो हमें किसी रूप में भी मंजूर नहीं है,
पूनम ने कहा कि हम किसानों को प्राधिकरण की योजनाओं में 17.5 फीसदी का जो कोटा मिलता था उसे प्राधिकरण में समाप्त कर दिया है यह हमारे साथ धोखा है। बेगवती ने कहा कि हमारे पढ़े-लिखे बच्चे आज नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं प्राधिकरण क्षेत्र में लगे हुए उद्योग धंधों में उनको लोकल बताते हुए नौकरी नहीं दी जाती है यह हमारे बच्चों के साथ अन्याय है। सरोज देवी ने कहा कि प्राधिकरण ने किसानों को मिलने वाले प्लॉट का साइज 120 मीटर से घटाकर 40 मीटर कर दिया है यह हमारे साथ अन्याय हैं प्राधिकरण अपनी मनमर्जी पर है और हम उसकी मनमर्जी चलने नहीं देंगे और तब तक धरने पर रहेंगे जब तक हमारी समस्याएं हल नहीं हो जाती।
महिला समिति की आशा यादव ने कहा कि हम गांव-गांव जाकर महिलाओं की समितियों का गठन कर रहे हैं और इस महापड़ाव में आने वाले समय में महिलाओं की भूमिका निर्णायक साबित होगी और महिलाएं ही अब धरने पर रात और दिन धरनारत रहेंगी। सुनीता ने कहा कि अब महिलाएं जेल जाने के लिए भी तैयार हैं अगर प्राधिकरण को लगता है कि यहां की महिलाएं कमजोर है तो यह उनकी बहुत बड़ी भूल है। 6 जून से प्राधिकरण पर डेरा डालो घेरा डालो कार्यक्रम के तहत परिवार के परिवार प्राधिकरण पर पहुंचने के लिए तैयार है। सभी गांवों में मिलाकर 2000 से अधिक की संख्या में किसानों ने गिरफ्तार होने वालों की लिस्ट बना ली है।


