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महिलाएं बना सकती हैं दुनिया को बेहतर : अमीषा पटेल

महिलाएं सबकुछ कर सकती हैं बशर्ते उन्हें सही वातावरण मिले। आज की महिलाएं एक बेटी, बहन, मित्र, पत्नी, मां के कर्तव्यों को पूरा करने के साथ ही समाजिक कार्यो में भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही हैं।

महिलाएं बना सकती हैं दुनिया को बेहतर : अमीषा पटेल
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प्रज्ञा कश्यप
महिलाएं सबकुछ कर सकती हैं बशर्ते उन्हें सही वातावरण मिले। आज की महिलाएं एक बेटी, बहन, मित्र, पत्नी, मां के कर्तव्यों को पूरा करने के साथ ही समाजिक कार्यो में भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही हैं। मैं कहना चाहूंगी कि लोग लड़कियों को शिक्षित करें और उन्हें ऐसा अवसर दें, जिसकी वे हकदार हैं। इसलिए कि महिलाएं ही दुनिया को एक बेहतर स्थान बना सकती हैं।

मासूम चेहरे और दिलकश अदाओं वाली बॉलीवुड अभिनेत्री अमीषा पटेल फिल्मों से दूर होकर भी लाइमलाइट से दूर नहीं हैं। फिल्मी पर्दे पर दोबारा लौटने को बेताब अमीषा फैशन शो में शामिल होने के साथ ही समाजसेवा में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। उनका मानना है कि महिलाएं बहुआयामी होती हैं और एक ही समय में कई काम कर सकती हैं।
अमीषा हाल ही में नई दिल्ली में कैंसर जागरूकता पर आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचीं। चैरिटी शो में अमीषा पटेल ने रैंप वॉक कर खूब तालियां बटोरीं। अमीषा से जब इस कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैंने अपने दादाजी और नानी मां को कैंसर के कारण खो दिया था और दो साल पहले मेरी मामीजी भी कैंसर के कारण कम ही उम्र में चल बसीं। इस रोग से मुझे और मेरे परिवार को भावनात्मक रूप से काफी नुकसान हुआ है। समाज में कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के सवाल पर अमीषा ने कहा, कैंसर एक ऐसा रोग है जिसे लेकर लोगों के बीच डर होता है। इसका इलाज भी बहुत मुश्किल और महंगा है। रोगी के लिए कैंसर का इलाज शारीरिक और भावनात्मक रूप से बहुत ही दर्दनाक होता है। समाज में कैंसर के प्रति जागरूकता बहुत ही जरूरी है, क्योंकि इलाज से बेहतर बचाव होता है। इस तरह के कार्यक्रमों के जरिए समाज में जागरूकता लाना एक अच्छा प्रयास है।
एक महिला होने के नाते महिला सशक्तीकरण को लेकर आपके क्या विचार हैं? इस सवाल पर अमीषा ने कहा, महिलाएं सबकुछ कर सकती हैं बशर्ते उन्हें सही वातावरण मिले। आज की महिलाएं एक बेटी, बहन, मित्र, पत्नी, मां के कर्तव्यों को पूरा करने के साथ ही समाजिक कार्यो में भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही हैं। मैं कहना चाहूंगी कि लोग लड़कियों को शिक्षित करें और उन्हें ऐसा अवसर दें, जिसकी वे हकदार हैं। इसलिए कि महिलाएं ही दुनिया को एक बेहतर स्थान बना सकती हैं। अमीषा ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत में कहो ना प्यार है और गदर जैसी हिट फिल्में दी थीं, लेकिन समय बीतने के साथ उनके करियर ने रफ्तार नहीं पकड़ी, इसके बावजूद लोगों के बीच उनका जलवा बरकरार है। अमीषा तेलुगू अभिनेता आशीष राज व रुखसार मीर अभिनीत फिल्म आकतायी में एक आइटम नंबर कर रही हैं और इसके अलावा वह जल्द ही बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल व अभिनेत्री प्रीति जिंटा के साथ फिल्म भैयाजी सुपरहिट में नजर आने वाली हैं। नीरज पाठक द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अमीषा के अलावा अरशद वारसी और श्रेयस तलपड़े भी नजर आएंगे। सनी-अमीषा की जोड़ी गदर में साथ नजर आ चुकी है और अब दर्शकों के लिए दोबारा इस जोड़ी को फिल्मी पर्दे पर देखना मजेदार होगा। अमीषा से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
फिल्मी चमक-दमक के साथ ही अमीषा हाल ही में पूर्वाचल में चुनाव प्रचार करती नजर आई थीं। उन्होंने बलिया जिले के बैरिया में निर्दलीय प्रत्याशी मनोज सिंह के समर्थन में अपने अंदाज में वोट मांगते हुए अपने ठुमकों व फिल्मों के डायलॉग से सभा में मौजूद लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
फैशन शो, फिल्मों और राजनीति के मैदान में एक साथ नजर आने के सवाल पर अमीषा ने कहा, मुझे लगता है कि महिलाएं सबसे अधिक प्रतिभाशाली होती है, वह एक समय पर एक साथ कई काम कर सकती हैं। वह गृहिणी होने के साथ-साथ अपने बच्चों की शिक्षक और घर की प्रबंधक का दायित्व भी बखूबी निभाती हैं। केवल यही नहीं, घर के कामकाज के साथ ही वह अपने करियर में भी आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा, मुझे ऐसा लगता है कि अगर आप महिलाओं को काम करने की और अपना जीवन जीने की पूर्ण स्वतंत्रता देते हैं तो वह अपने कार्यो के साथ ही जीवन की चुनौतियों में अधिक बेहतर साबित हो सकती हैं।


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