दिल्ली सरकार के प्रेस रूम से महिला पत्रकार को निकालवाया बाहर, भाजपा ने की निंदा
दिल्ली की आप सरकार द्वारा अंग्रेजी के एक चैनल की महिला पत्रकार को सचिवालय के मीडिया रूम से यह कहते हुए एक पुलिसकर्मी द्वारा बाहर कर दिया गया कि उन्हें इस प्रेस वार्ता में जाने की अनुमति नहीं है

नई दिल्ली। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा अंग्रेजी के एक चैनल की महिला पत्रकार को सचिवालय के मीडिया रूम से यह कहते हुए एक पुलिसकर्मी द्वारा बाहर कर दिया गया कि उन्हें इस प्रेस वार्ता में जाने की अनुमति नहीं है। महिला पत्रकार ने जब पूछा कि यह आदेश किसने दिया है दिखाएं तो पुलिसकर्मियों ने बताया कि मीडिया सलाहकारों की ओर से लेकिन लिखित आदेश नहीं दिखाया। इस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आज मीडिया से दुव्र्यवहार करने के लिये आम आदमी पार्टी और उसकी सरकार की निंदा की।
श्री तिवारी ने कहा है कि आज सुबह आम आदमी पार्टी की विधायक अल्का लाम्बा ने बवाना उपचुनाव को लेकर एक टीवी चैनल के नकली लोगो (चिन्ह) के साथ एक सर्वेक्षण से संबंधित ट्वीट किया था। इस चैनल ने अधिकारिक रूप से इस प्रकार का कोई भी सर्वेक्षण करने या दिखाने से इन्कार कर दिया है। कुछ घंटों बाद एक अन्य टीवी चैनल की महिला रिपोर्टर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकारी प्रेस कांफ्रेस से पुलिस बुलाकर बाहर निकलवा दिया गया।
उन्होंने कहा केजरीवाल सरकार अपनी इच्छानुसार मीडिया को चलाना चाहती है, पहले सचिवालय में मीडिया के प्रवेश को प्रतिबंधित करने का प्रयास किया। कुछ समय बाद मीडिया कवरेज और समाचारों पर प्रतिबंध लगाने का भी प्रयास किया जिसके कारण दिल्ली उच्चन्यायालय को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने कहा कि नि:संदेह केजरीवाल की आम आदमी पार्टी बवाना उपचुनाव में हारने जा रही है और आज एक टीवी चैनल के नकली लोगो (चिन्ह) के प्रयोग करने और एक टीवी चैनल को धमकी देने की घटनायें बहुत कुछ कह जाती हैं। इससे साफ है कि आप का चरित्र तानाशाही वाला है।


