महिला चिकित्सक ने पुलिस के रवैये को सोशल मीडिया पर बताया शर्मनाक
महिला चिकित्सक के अपने साथ छेड़छाड़ और उसके बाद पुलिस के लापरवाह रवैये को लेकर सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट के मीडिया में आने के बाद भूपेंद्र ने एक प्रधान आरक्षक को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक महिला चिकित्सक के अपने साथ छेड़छाड़ और उसके बाद पुलिस के लापरवाह रवैये को लेकर सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट के मीडिया में आने के बाद प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने एक प्रधान आरक्षक को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक श्री सिंह ने एक महिला चिकित्सक की शिकायत पर लापरवाही बरतने पर हनुमानगंज थाना क्षेत्र में डायल 100 पर तैनात प्रधान आरक्षक को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। पूरे मामले की पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
इसी के साथ गृहमंत्री ने पुलिस को महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा-सम्मान को प्राथमिकता देने के भी निर्देश दिए हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि प्रधान आरक्षक गणेश प्रसाद गुरुवार रात की इस घटना के समय ड्यूटी पर तैनात था।
चिकित्सक ने अंग्रेजी में लिखी अपनी पोस्ट में लिखा था - हनुमानगंज पुलिस थाने पर शर्म आती है। भोपाल में जब मैं आउट स्टेशन से वापस घर को लौट रही थी, उस समय ट्रैफिक ज्यादा होने के कारण रुट डायवर्ट कर दिया गया था, इसलिए मुझे इस क्षेत्र से (हनुमानगंज थाना क्षेत्र) गुजरना पड़ा। इसी दौरान मारुति कार में बैठे चार लड़के मुझे परेशान करने लगे और उन्होंने मुझे रोकने की कोशिश भी की।
भोपाल में अब महिलाएं सुरक्षित नहीं है। घर लौटने पर मैंने पुलिस थाने पर फोन किया, तो पुलिस ने कहा, मैडम डोंट वरी ये होता ही रहता है। अगर आप उनके बारे मे कुछ कहोगी तो आप आगे जाकर सुरक्षित नहीं रह पाओगी और वो आपको नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। पुलिस ऐसे काम करती है... शर्मनाक। -
महिला का आरोप है कि युवकों की हरकत के बारे में उन्होंने पुलिस को वहां भी जानकारी देने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उल्टे उन्हें ही वापस लौटने की सलाह दे डाली।


