24 घंटे के अंदर 29 लोग हुए एक पागल कुत्ते के शिकार
शहर में आवारा कुत्तों का आतंक चरम पर पहुंच गया है
अम्बिकापुर। शहर में आवारा कुत्तों का आतंक चरम पर पहुंच गया है। हर गली, हर चौक-चौराहे, मोहल्लों व मुख्य मार्गों में कुत्तों का झुण्ड कभी भी राहगीरों पर हमला कर दे रहा है। पिछले 24 घंटो में मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर व उसके आसपास एक पागल कुत्ते ने 29 लोगों को काटा है।
सभी उपचार के लिये अस्पताल पहुंचे हुये थे। एक कुत्ते द्वारा 24 घंटे में 29 लोगो को शिकार बनाने शहर के लिये एक बड़ी बात है। गौरतलब है कि लगातार लोग कुत्ते के काटने का शिकार हो रहे हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल का आंकड़ा देखा जाये तो स्थिति शासन प्रशासन के सामने स्पष्ट हो जायेगी। हर रोज 20 से 30 मरीज कुत्ते के काटने से अस्पताल पहुुंच रहे हैं।
शुक्रवार की सुबह मेडिकल कॉलेज परिसर में स्टाफ, मरीज के परिजनों सहित अस्पताल के आसपास के क्षेत्र में मौजूद दर्रीपारा निवासी सनी, उबरसाय, केशव मिंज, बलविन्दर, मंजू, टीनू, राम लल्लू, देवंती, कविता, फुलेश्वर, भूरी, रवि कुमार, संगीता, शारदा, सुनीता, राधेश्याम, शिव कुमार, सुरेश, दुर्गा, लक्ष्मी, गंगा, श्वेता, नीरू सहित 29 लोगों को एक पागल कुत्ते ने काटा है। अस्पताल के आसपास स्थिति अभी भी कुत्तों के झुण्ड से अटी पड़ी है।
शहर की बात करें तो यह स्थिति हर स्थान पर, हर क्षेत्र में देखी जा सकती है। कुत्तों का झुण्ड बरसात के इस सीजन में हर जगह दिखाई दे रहा है, जिससे राहगीर परेशान हैं। मोटरसायकल पर बैठकर आवागमन करने वाले लोग भी पागल कुत्तों के काटने का शिकार हो रहे हैं।
ज्ञात हो कि नगर निगम द्वारा शहर के कुत्तों का बधियाकरण करने की योजना है, परंतु अम्बिकापुर शहर में आज तक यह योजना सिर्फ कागजों तक सिमित होकर रह गई है। कुत्तों की बधियाकरण के लिये नगर निगम मेें कई बार निविदा भी निकाली, परंतु आज तक यह योजना धरातल पर फलीभूत नहीं हो सकी है। आलम यह है कि कुत्तों के काटने से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।


