क्या कॉलेज खुलने के साथ ही सामान्य होंगे कश्मीर के हालात?
कश्मीर घाटी में बुधवार से सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय खुल जाएंगे। उच्चतर संस्थानों में अकादमिक गतिविधियां फिर से शुरू करने की तिथि तो निर्धारित कर दी गई

श्रीनगर। कश्मीर घाटी में बुधवार से सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय खुल जाएंगे। उच्चतर संस्थानों में अकादमिक गतिविधियां फिर से शुरू करने की तिथि तो निर्धारित कर दी गई है, मगर इनमें छात्रों की उपस्थिति को लेकर प्रश्न चिन्ह बना हुआ है।
कश्मीर में लगभग दो दर्जन से अधिक कॉलेजों के अलावा चार विश्वविद्यालय हैं। इनमें राज्य का पहला और सबसे पुराना कश्मीर विश्वविद्यालय, शेर-ए-कश्मीर कृषि-विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, केंद्रीय विश्वविद्यालय और इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी शामिल हैं।
कश्मीर में पांच अगस्त से अनुच्छेद-370 को समाप्त करने के बाद से सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद हैं।
कश्मीर विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा, "हमें विश्वविद्यालयों और इनसे संबंधित कॉलेजों में विभिन्न सेमेस्टर के लिए परीक्षा प्रक्रिया शुरू करनी होगी। हमें खोए हुए समय को ध्यान में रखते हुए प्रयास करना होगा, ताकि छात्रों को अनिश्चित स्थिति के कारण नुकसान न हो।"
कश्मीर में 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को पहले ही खोला जा चुका है, लेकिन इन स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति संतोषजनक नहीं है।
10वीं और 12वीं की परीक्षा अगले महीने आयोजित होने की संभावना है। यह उम्मीद की जा रही है कि एक शैक्षणिक वर्ष को नहीं गंवाने के लिए सभी छात्र इन परीक्षाओं में बैठेंगे।
यह देखने वाली बात होगी कि क्या छात्र और स्कॉलर नौ अक्टूबर को कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में लगने वाली कक्षाओं में शामिल होने के लिए निकलते हैं? क्योंकि यह चीज कश्मीर में सामान्य स्थिति को वापस लाने के लिए प्रशासनिक प्रयास की सफलता या विफलता को निर्धारित करेगी।
सार्वजनिक परिवहन के अभाव में छात्रों के लिए कश्मीर के उच्चतर संस्थानों में दैनिक आधार पर कक्षाओं में भाग लेना मुश्किल होगा। अधिकारियों ने आने-जाने के लिए कोई परिवहन सुविधाएं उपलब्ध कराने संबंधी कोई संकेत नहीं दिया है।


