परमाणु समझौते के खिलाफ उठाए गए कदमों का देंगे निर्णायक जवाब : ईरान
ईरान ने कहा है कि परमाणु समझौते से संबंधित संयुक्त कार्य योजना (जेसीपीओए) के खिलाफ उठाए गए किसी भी कदम का वह निर्णायक जवाब देगा

तेहरान। ईरान ने कहा है कि परमाणु समझौते से संबंधित संयुक्त कार्य योजना (जेसीपीओए) के खिलाफ उठाए गए किसी भी कदम का वह निर्णायक जवाब देगा।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
श्री मौसवी ने कहा, “ एक बार फिर विशेष रूप से परमाणु समझौते से जुड़े हुए तीन यूरोपीय देशों के लिए हम कहना चाहते हैं कि समझौते के खिलाफ किसी भी कदम का निर्णायक जवाब दिया जाएगा।”
इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने
रविवार को एक संयुक्त वक्तव्य में कहा था कि वे ईरान परमाणु समझौते की संयुक्त कार्य योजना (जेसीपीओए) को लेकर प्रतिबद्ध हैं। तीनों नेताओं ने ईरान से परमाणु समझौते के खिलाफ सभी कदमों से हटने का आग्रह किया है। ईरान लगातार परमाणु समझौते की शर्तों का उल्लंघन कर रहा है।
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मई 2018 में ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही दोनों देशों के रिश्ते बहुत ही तल्ख हो गये हैं। इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है। अमेरिका ने ईरान पर कई प्रकार के प्रतिबंध भी लगाए हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जतायी थी।


