पुष्पेंद्र को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर लड़ेंगे : चंद्रपाल
उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद में पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले ने अब राजनीतिक रूप लेना शुरू कर दिया है

झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद में पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले ने अब राजनीतिक रूप लेना शुरू कर दिया है। एनकाउंटर को फर्जी बताकर पुलिस पर पुष्पेंद्र की हत्या का आरोप लगाने वाले परिजनों के साथ अब समाजवादी पार्टी (सपा) के लोग भी खडे हो गए हैं। इसी क्रम में सपा के राज्यसभा सांसद डा़ चंद्रपाल सिंह यादव ने पुष्पेंद्र को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ने का दावा किया है।
श्री यादव ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा ‘‘ पुष्पेंद्र के खून की एक-एक बूंद का हिसाब लेकर रहेंगे। पूरे जनपद और प्रदेश ने स्वीकार किया है कि एनकाउंटर फर्जी है। पुष्पेंद्र को खनन माफिया और अपराधी बताने वाले खुद अपराधी बन गए हैं। पुष्पेंद्र का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उसके परिजनों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी। ”
उन्होंने कहा कि जिले से लेकर प्रदेश तक जनता इसका जवाब दे रही है। एनकाउंटर के मामले में जिला प्रशासन और पुलिस को कटघरे में खड़ा करते हुए राज्यसभा सांसद ने सवालों की झड़ी लगा दी। उन्होंने प्रशासन से पूछा कि आखिर पुष्पेंद्र की मौत हुई कैसे? पुलिस को उसका एनकाउंटर करने की नौबत क्यों आई? पुलिस प्रशासन अपने ही बनाए जाल में खुद उलझता जा रहा है इसीलिए हर क्षण उनका स्टेटमेंट बदल रहा है। पहले थाना प्रभारी का आना प्राईवेट गाड़ी से बताया। अब उसी मामले में बयान बदलते हुए आधिकारिक ड्यूटी के दौरान की घटना बता रहे हैं। आखिर वह क्या वजह थी कि थाना प्रभारी को सिविल ड्रेस में आना पड़ा। घटना के बाद से पुष्पेंद्र का मोबाइल कहां है? आखिर थाना प्रभारी के साथ कोई भी हमराही क्यों नहीं था। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन पुष्पेंद्र और थाना प्रभारी के मोबाइल की सीडीआर निकालकर जांच क्यों नहीं करती?
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार चरम पर है। लेनदेन के मामले को लेकर पुष्पेंद्र की हत्या की गई। हत्यारोपी थाना प्रभारी और उसे बचाने में लगे पुलिस अधिकारियों को किसी भी हालत में माफ नहीं किया जाएगा, इसके लिए चाहे उन्हें हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा क्यों न खटखटाना पड़े, चाहे इसके लिए उन्हें सड़कों पर ही क्यों न उतरना पड़े। समाजवादी पार्टी हर हद तक जाकर पुष्पेंद्र की लड़ाई लड़ेगी।
उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि भाजपा के एक मंत्री ने बीते रोज एक बयान दिया है कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को खनन माफियाओं और यादव जाति के लोगों का सहयोगी बता रहे थे। ऐसे मामलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए। वह इस बयान की घोर निंदा करते हैं। पूरे मामले की जांच पुलिस से हटकर किसी अन्य उच्चीकृत ऐजेंसी से कराई जानी चाहिए, हो सके तो हाईकोर्ट के जज से इस जांच को कराया जाए, जो भी परिणाम आएंगे वह उसे स्वीकार करते हुए मामने के लिए तैयार हैं।
इस अवसर पर उनके साथ जिलाध्यक्ष छत्रपाल सिंह यादव आदि उपस्थित रहे। जिलाध्यक्ष बोले कि मुकदमा लिखकर जांच करते,जो होता वह सामने आता। इस मामले में जिलाध्यक्ष ने भी एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। उन्होंने प्रशासनिक रवैये को गलत बताते हुए कहा कि पीड़ित का दर्द समझते हुए थाना प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए था। उसके बाद जांच में जो होता वह सबके सामने आ जाता लेकिन प्रशासन ने ऐसा नहीं करके कानून की मर्यादा को तोड़ा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को प्रशासन द्वारा रोके जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पुलिस गलती पर गलती नहीं करेगी। यदि ऐसा हुआ तो हमारा दायित्व है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को पीड़ित परिवार से मिलाने लेकर जाएं।


