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टीएमसी समेत सभी विपक्षी पार्टियों से भी बात करेंगे : कांग्रेस

कांग्रेस ने रणनीति समिति की बैठक में गुरुवार को एकबार फिर विपक्षी एकता की प्रतिबद्धता दोहराई

टीएमसी समेत सभी विपक्षी पार्टियों से भी बात करेंगे : कांग्रेस
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नई दिल्ली। कांग्रेस ने रणनीति समिति की बैठक में गुरुवार को एकबार फिर विपक्षी एकता की प्रतिबद्धता दोहराई। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विरोधी रवैये के बावजूद टीएमसी को संसद में साथ लेकर चलेगी कांग्रेस। 29 नवंबर को शुरू होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र में पार्टी की रणनीति पर चर्चा के लिए गुरुवार शाम 7 बजे कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर बैठक बुलाई गई। बैठक में एके एंटनी, आनंद शर्मा, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, के.सी. वेणुगोपाल, के. सुरेश, रवनीत बिट्टू, जयराम रमेश सहित दोनों सदनों के उपनेता, दोनों सदनों के चीफ व्हिप और डिप्टी व्हिप मौजूद रहे।

गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार इस शीतकालीन सत्र के दौरान 26 विधेयक पेश कर सकती है, जिसमें तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस किए जाने से संबंधित विधेयक भी शामिल हैं। इसी संबंध में गुरुवार की बैठक में कांग्रेस ने सभी समान विचारों वाले दलों को साथ लेने की रणनीति बनाई है।

बैठक के बाद राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "संसद सत्र में सभी जरूरी मुद्दे उठाए जाएंगे। खासतौर पर 29 नवंबर को जब सत्र की शुरुआत होगी तो किसानों से जुड़े मुद्दों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग करेंगे। इसके साथ ही टीएमसी समेत सभी विपक्षी पार्टियों से भी बात करेंगे।"

खड़गे ने कहा, आज कांग्रेस संसद रणनीति समूह की बैठक में हमने फैसला किया है कि हम संसद में कई मुद्दों को उठाएंगे, जिसमें महंगाई, पेट्रोल और डीजल की कीमतें, चीनी आक्रामकता और जम्मू-कश्मीर का मुद्दा शामिल है। जो मुद्दे किसान उठा रहे हैं, उन्हें हम फिर से संसद में उठाएंगे। एमएसपी, महंगाई, चीनी अतिक्रमण का मामला भी उठाएंगे। मानसून सत्र की तरह इस बार भी सभी विपक्षी पार्टियों से एकता की अपील करेंगे।"

वहीं राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, "कांग्रेस प्रमुख विपक्षी दल है। हम पूरी ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाने की कोशिश करेंगे, ताकि विपक्षी दल इन मामलों पर एक साथ बोल सकें।"

उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि कांग्रेस का मुख्य ध्यान मोदी सरकार की 'जनविरोधी' नीतियों के खिलाफ लड़ना है, जो कि सबसे पुरानी पार्टी के रूप में हम करते रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी ने सरकार को घेरने के लिए संसद के आगामी सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर विचार करने के लिए गुरुवार को अपने संसदीय रणनीति समूह की बैठक बुलाई थी। पार्टी इस सत्र में 18 मुद्दे उठाएगी, जिसमें मुद्रास्फीति, कोविड प्रबंधन, किसानों का विरोध, पेगासस, राफेल और भारत-चीन सीमा मुद्दे प्रमुख फोकस में होंगे। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होने जा रहा है और 23 दिसंबर को खत्म होगा।


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