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स्मृति ईरानी की अमेठी मे जनता क्यों नहीं लगा रही बैंकों में भीड़?

सरकार की ओर से खाते में भेजी धनराशि को निकालने के लिए कई जिलों की बैंकों में उमड़ रही भीड़ को देखते हुए अमेठी प्रशासन ने खास पहल की है।

स्मृति ईरानी की अमेठी मे जनता क्यों नहीं लगा रही बैंकों में भीड़?
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अमेठी | सरकार की ओर से खाते में भेजी धनराशि को निकालने के लिए कई जिलों की बैंकों में उमड़ रही भीड़ को देखते हुए अमेठी प्रशासन ने खास पहल की है। यहां के लोगों को पैसे निकालने के लिए बैंक जाने से छुटकारा मिल गया है। जिला प्रशासन जनता को खुद घर पर पैसा निकालने और जमा करने, दोनों तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। यह सब संभव हो रहा है डाक विभाग की ओर से संचालित माइक्रो एटीएम सुविधा से।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण अमेठी पर सबकी नजर रहती है। लॉकडाउन के दौरान स्मृति ईरानी भी दिल्ली से ही संसदीय क्षेत्र की निगरानी में जुटीं हैं। वह अमेठी में मौजूद अपनी टीम और जिला प्रशासन से अक्सर वीडियो कांफ्रेंसिंग से रूबरू होतीं हैं। वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए डीएम अरुण कुमार से लॉकडाउन के दौरान जनता की मदद से जुड़े कार्यों की रिपोर्ट लेती रहती हैं।

स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक स्मृति ईरानी ने बीते छह अप्रैल को वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान जिला प्रशासन से कहा था कि केंद्र और राज्य सरकार से दी जाने वाली आर्थिक सहायता को लाभार्थियों तक पहुंचना सुनिश्चित किया जाए। उन्हें पैसा निकालने में किसी तरह की दिक्कत न हो। कई जिलों में पैसे निकालने के लिए भारी भीड़ जुटने से प्रभावित होती सोशल डिस्टैंसिंग को देखते हुए डीएम अरुण कुमार ने जिले में माइक्रो एटीएम सुविधा की व्यवस्था की। अब जिले की लगभग सभी ग्राम पंचायतों में डाक विभाग की ओर से माइक्रो एटीएम की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

डीएम अरुण कुमार कहते हैं, "लॉकडाउन के दौरान बैंक में भीड़ कम करने और सहायता राशि को घर- घर पहुंचाने में डाक विभाग से संचालित माइक्रो एटीएम मददगार साबित हो रहा है। माइक्रो एटीएम के माध्यम से जनपद में स्थित समस्त ग्राम पंचायतों में लाभार्थियों को गांव में ही उनके घर पर नगद भुगतान और जमा करने की सुविधा दी जा रही है।"

लॉकडाउन के दौरान अब तक अमेठी में मनरेगा के 67125 लाभार्थियों को 22.11 करोड़ रुपये दिए गए हैं। वहीं 78413 लोगों को वृद्धावस्था तो 26011 निराश्रित महिलाओं और 10709 लोगों को दिव्यांग पेंशन दी गई है। रोजगार ठप होने के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे 4726 श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपये की व्यवस्था की गई। इसी तरह अमेठी में कुल तीन लाख 70 हजार महिलाओं के जन-धन खातों में भी पांच-पांच सौ रुपये की राहत राशि भेजी गई।

अमेठी में एक और अच्छी पहल हुई। यहां दुकानों पर लोगों को सामान खरीदने से छुटकारा दिलाने के लिए होम डिलीवरी की भी व्यवस्था हुई है। जिला प्रशासन ने किराना के सामानों की होम डिलीवरी के लिए कुल 708 दुकानों की व्यवस्था की है।


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