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राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख साधू-संत की बजाय शाह क्यों तय कर रहे : कांग्रेस

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पूरा होने की तारीख की घोषणा करने को लेकर गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला है

राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख साधू-संत की बजाय शाह क्यों तय कर रहे : कांग्रेस
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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पूरा होने की तारीख की घोषणा करने को लेकर गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला है। उन्होंने कहा शाह क्या राम मंदिर के पुजारी या महंत हैं!

कांग्रेस अध्यक्ष ने भारत जोड़ो यात्रा के तहत पानीपत में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए शुक्रवार को कहा, 'वो कहते हैं, भाई, राम मंदिर बन रहा है, एक तारीख को उसका उद्घाटन है।'

उन्होंने कहा हम सभी लोग भगवान में आस्था रखते हैं, लेकिन शाह क्यों घोषणा करते हैं इसकी? वो भी चुनाव के समय 1 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होगा। क्या वो राम मंदिर के पुजारी हैं, क्या राम मंदिर के महंत हैं शाह? वहाँ के महंत को बोलने दें, साधु-संतों को बोलने दो, शाह तो नेता हैं। गृह मंत्री का काम देश को सुरक्षित रखना, कानून की व्यवस्था करना, लोगों का पेट भरना और किसानों को सही दाम देना है। मंदिर निर्माण की घोषणा करना नहीं।

उन्होंने कहा हमने इतिहास में पढ़ा है कि पानीपत में हमेशा युद्ध होते रहे और ये भूमि का गुण है कि लड़ाई करना और जीतना, वैसे ही आज भारत जोड़ो की जो लड़ाई है। वो आम जनता के मुद्दों की लड़ाई है।

उन्होंने कहा यात्रा में वो जिस राहुल गांधी को देख रहे हैं वो बिल्कुल अलग हैं। राहुल गांधी जो पदयात्रा में अब तक तीन हजार किलोमीटर चले। आगे अभी तीन-चार सौ किलोमीटर बाकी है वो जो जम्मू-कश्मीर जाकर तिरंगा झंडा फहराएंगे और उनका ये साहस और उनका ये धैर्य देखकर सबको अचंभा हुआ है। हम तो राहुल गांधी को दिल्ली में देखते थे, एसी के कमरे में देखते थे, गाड़ी में देखते थे, लेकिन ये राहुल अलग निकले, जो कन्याकुमारी से लेकर पानीपत तक अपनी जो पदयात्रा पूरी की।

खड़गे ने कहा ये सब कुछ कांग्रेस जनता की पीड़ा दूर करने के लिए कर रही है। जैसे कि आज महंगाई बढ़ी है। सरकार इसे दूर करने के लिए कोई कोशिश ही नहीं कर रही है, क्योंकि उनको फिक्र ही नहीं है। ऐसे वक्त में कांग्रेस खिलाफ लड़ाई लड़ रही है।

उन्होंने कहा 45 साल में इतनी बड़ी बेरोजगारी कभी नहीं हुई। हर जगह युवा डिग्रियां लेकर, इंजीनियर, एमबीए, एमए, बीए, बीएड होकर रास्ते पर हैं। उनकी चिंता बीजेपी सरकार नहीं कर रही है, उनकी चिंता प्रधानमंत्री मोदी नहीं कर रहे हैं, गृह मंत्री अमित शाह नहीं कर रहे हैं और उनका एक ही काम बना है, देश में चुनावी भाषण देना। चुनाव में सरकारी एजेंसियों का कैसे दुरुयोग करना हैं ये उसकी तैयारी में रहते हैं।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 6-7 राज्यों में सरकार बनाई थी लेकिन बीजेपी के लोगों ने उसे तोड़ दिया। मंत्रियों विधायकों एजेंसियों का डर दिखा कर चुनी हुई सरकार गिरा दी और फिर ये बोलते हैं कि ये लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। ये सारी चीजें वो बोलते जाते हैं और बाद में ये कहते हैं, अरे भाई, ये तो चुनावी जुमले हैं। अगर चुनाव के जुमले हैं तो ये बोलना था वोट लेने से पहले। वोट लेने के बाद ये जुमला बन गया, 15 लाख, दो करोड़, सारी चीजें जुमले बन गईं।

खड़गे ने कहा ये समाज को डिवाइड कर रहे हैं, जाति-जातियों में झगड़ा करवा रहे हैं, धर्म-धर्म में झगड़ा करवा रहे हैं और ये खाई बढ़ा रहे हैं। ये जो डिवाइड कर रहे हैं, इसलिए राहुल गांधी इस खाई को दूर करने के लिए, जोड़ने के लिए वो इतनी पदयात्रा कर रहे हैं। ये वोटों के लिए नहीं है, ये देश के हित के लिए है।

खड़गे ने कविता के अंदाज में कहा, था तुझे गुरूर अपने लंबे होने का, ऐ सड़क, राहुल के हौसलों ने तुझे पैदल ही नाप दिया।


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