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कौन जीतेगा-कौन हारेगा, गुणा भाग हुआ शुरू

11 दिसंबर दिन मंगलवार मतगणना का इंतजार में कयासों और अटकलो का बाजार गरम हो चुका है

कौन जीतेगा-कौन हारेगा, गुणा भाग हुआ शुरू
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बेमेतरा । विधानसभा चुनाव का समापन हो चुका है। जनादेश इ वी एम में कैद हो चुका है। अब लोगों को 11 दिसंबर दिन मंगलवार मतगणना का इंतजार में कयासों और अटकलो का बाजार गरम हो चुका है। बेमेतरा जिला के तीन विधानसभा सीटों पर अगला विधायक कौन होगा। इसकी चर्चा तो हो ही रही है। प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी। इस पर भी हार जीत और दाँव लगने लगे हैं। सोशल मीडिया में अपने प्रत्याशियों का जोर - शोर से प्रचार करने वाले सोशल मीडिया में आंकड़ो का खेल खेलकर जीत का दावा भी करने लगे हैं। 20 नव्ंाबर को बेमेतरा जिले की तीन विधानसभा सीट बेमेतरा, नवागढ़ व साजा के लिये मतदान संपन्न हुआ ।काफी कशमकश भरा यह चुनाव है, जिसमें प्रत्याशी एक दूसरे को कड़ी टक्कर देते हुए दिखाई दिए हैं।

वही चुनाव जीतना प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। मतदान से पहले चुनाव प्रचार, बूथ स्तर पर अपनी स्थिति मतदाताओं की ओर से मजबूत करने व सतत जनसंपर्क में प्रत्याशियों और समर्थकों ने दिन रात एक कर दिया था। मतदान बाद् यह तनाव दूर हुआ ।तो प्रत्याशियों से लेकर समर्थकों और खासकर नगरजनों में परिणाम जाने की जिज्ञासा देखी जा रही है। 11 दिसंबर दिन मंगलवार को इ वी एम एवं खोलने से पहले चौक - चौराहे, ठेले - खोमचे और घर से लेकर दुकान तक लोग अपने अपने आंकडो में अगला विधायक चुन रहे हैं। और सरकार हर दिन बन बिगड़ रही है।

वैसे तो प्रत्याशियों की धड़कने भी परिणाम को लेकर तेज है। लेकिन वो इस चिंता को जाहिर कर भी नहीं पा रहे हैं। याद रहे बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र से अवधेश चंदेल भारतीय जनता पार्टी, आशीष छाबड़ा कांग्रेस की प्रतिष्ठा जहां दांव पर लगी है ।वही पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से योगेश तिवारी ने संमीकरण बदला है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का योगेश तिवारी के महीने भर पहले से प्रत्याशियों के नाम चयन हुआ था तथा विगत तीन साल से भी अधिक समय से वे बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र में रह कर सीधें जनता की समस्या से रु बरु रह कर उन्होंने जीत तोड़ मेहनत कर मतदाताओं को अपनी ओर करने में पूरी ताकत झौक दी थी।

नवंबर को राज्य में द्वितीय चरण की मतदान समाप्ति के बाद अब राजनीतिक दलों की बेचैनियां बढ़ गई है। राज्य के अंदर सत्ता सीन भाजपा जहां स्पषट बहुमत मिलने और सरकार बनाने का दावा कर रही है। कांग्रेस नेताओ ने कहा कि 15 साल के कार्यकाल में भाजपा के दावों की पोल खुल चुकी है। कांग्रेस ने भी इस पर बहुमत मिलने और निश्चित रूप से कांग्रेसी सरकार बनाने का दावा किया है। राज्य में दो चरणों के साथ ही विधानसभा चुनाव 2018 संपन्न हो चुका है ।राज्य की प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस में इस बार स्पष्ट बहुमत मिलने के साथ कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा किया है। पहले भी दावा कर दिया था कि इस बार राज्य में और कांग्रेस के पक्ष में लहर ,आज की जनता भी चाहती कि अब परिवर्तन जरुरी है।

लिहाजा इस बार मतदाताओं ने निश्चित रूप से परिवर्तन की उम्मीद लेकर मतदान किया होगा। कुल मिलाकर बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय संघर्ष जीत के लिए कांग्रेस भाजपा वह जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के उम्मीदवार आश्वस्त है।
साजा विधानसभा क्षेत्र में विगत 30 वर्षों से कांग्रेस की गणमान्य जाने वाले रविन्द्र चौबे परिवार की सियासत में सेंद् कर उसे हराकर पटकने खाने के बाद अपनी हार की समीक्षा कर प्रतिदिन वे इन 5 वर्षों का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, कि कब चुनाव हो।

उन की तैयारी के चुनावी मैदान मे उतरे। वैसे भी वे विपक्ष नेता भी रहे हैं। भाजपा के उम्मीदवार जो कि कांग्रेस उम्मीदवार रविन्द्र चौबे साजा को पटकने देने वाले भा जपा प्रत्याशी लाभचंद बाफना संसदीय सचिव बनाएं और भाजपा ने उन्हें ही प्रत्याशी बना कर उस पर पूरा भरोसा जताया है। भाजपा की साजा प्रत्याशी के दावेदारी कर रहे वसंत अग्रवाल को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने पर उन्हें भाजपा से निष्कासित कर उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने को मजबूर कर दिये। इसलिए साजा के भाजपा प्रत्याशी को इस पर नुकसान होने की आशंका जताई जाती है। क्योंकि बसंत अग्रवाल को भाजपा से युवा वर्ग से आशीर्वाद लेकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने से भाजपा के युवा वर्ग को अपने पक्ष में रहकर चुनाव लड़कर इस बार भाजपा उम्मीदवार को नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रही हैं। जनता कांग्रेस उम्मीदवार टीकमचंद चंदेल को अपनी उम्मीदवार बनाया हैं ।जनता कांग्रेस में साजा विधानसभा में अपना ज्यादा प्रभाव नहीं दिखा पाये।


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